शिक्षा माफियाओं शिक्षा अधिकारियों की मिलीभगत से अभिभावकों,छात्रों ने शोषण के विरुद्ध लगाया जाम
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शिक्षा माफियाओं शिक्षा अधिकारियों की मिलीभगत से अभिभावकों,छात्रों ने शोषण के विरुद्ध लगाया जाम

रिपोर्ट -शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय

गुरसरांय (झांसी)।शिक्षा माफिया और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते छात्रों के भविष्य के साथ जहां खिलवाड़ किया जा रहा है वहीं अभिभावकों की जेब पर डाका डालने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है।11 जुलाई मंगलवार को गुरसरांय ब्लॉक क्षेत्र के मुख्य मार्ग पंडवाहा में अभिभावकों द्वारा न्यू आल्मा मेटर मॉडल पब्लिक स्कूल पंडवाहा में अभिभावकों ने बताया की यहाँ पर बच्चों को जो किताबे उपलब्ध कराई जा रही है उन किताबों में ओवर रेट लगा कर बेचने का कार्य किया जा रहा है। शिक्षा माफिया की अवैध धन कमाई का आलम यह है कि जो विभिन्न मदो के नाम पर बच्चों से एडमिशन से लेकर शिक्षण कार्य का शुल्क वसूला जाता हैं। उसमें ऑन रिकॉर्ड स्कूल में कंप्यूटर व्यवस्था होने के बाद भी कोई रिकॉर्ड नही रखा जाता है। ताकि शासन द्वारा गाइड लाइन अनुसार कभी कोई कार्यवाही होती हैं तो उससे बचा जा सके। इस संबंध में ग्राम पंडवाहा में जागरूक लोगों ने जिला प्रशासन और शासन पुलिस विभाग से कार्यवाही की मांग करते हुए ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में उक्त स्कूल के सामने प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। इस प्रकार गुरसरांय समेत पूरे क्षेत्र मे विद्यालयों में विद्यालय संचालको द्वारा शासन की गाइड लाइन के विरुद्ध एडमीशन से लेकर कई प्रकार के मदों के नाम पर भारी वसूली हो रही है। जिसमे गुरसरांय खेर इंटर कालेज,प्रभुदयाल वैश्य पब्लिक स्कूल गुरसरांय,महावीर बाल शिक्षा संस्कार केंद्र इंटर कालेज गुरसरांय,सहित एक दर्जन से अधिक प्राइमरी से लेकर इंटर मीडिएट शिक्षण संस्थानों में यह गोरखधंधा चल रहा है। 11 जुलाई को न्यू आल्मा मेटर मॉडल पब्लिक स्कूल पंडवाहा में विद्यालय में प्रबंधक की देखरेख में बच्चों को ऊंचे रेट में ब्लैक कर किताबें खरीदने को बाध्य किया गया। जिसको लेकर अभिभावकों ने और क्षेत्र के जागरूक लोगों ने स्कूल के सामने प्रदर्शन कर जाम लगा दिया। जिससे लगभग एक घंटा आपाधापी का माहौल बना रहा। और टोड़ीफतेहपुर पुलिस द्वारा मौके पर पहुँचकर कड़ी मशक्कत के बाद इस संबंध में जल्द कार्यवाही का भरोसा दिलाने पर किसी तरह माहौल को मोड़कर जाम आदि खुलवाया गया। बता दे जिला विद्यालय निरीक्षक से लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को उक्त सभी प्रकार की गंभीर अनियमितताओं की जानकारी होने के बाद भी कार्यवाही न करना शासन के आदेशों की खुली अवहेलना है। क्योंकि गत दिनों गुरसरांय खेर इंटर कॉलेज बालिका विभाग में नियम विरुद्ध मेला लगाए जाने से शिक्षा व्यवस्था में व्यवधान का मामला से लेकर खेर इंटर मे छात्रों और अभिभावको से फीस के नाम पर अवैध उगाही का मामला चर्चा में होने के बाद भी कोई कानूनी कार्यवाही न करना खुलेआम शासन और जनता के प्रतिकूल काम करना दर्शाता है।

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