एससी के डायरेक्शन के विरोध में एसएसटी व ओबीसी संयुक्त मोर्चा ने निकाला जुलूस,राष्ट्रपति व राज्यपाल को सम्बोधित उपजिलाधिकारी को दिया ज्ञापन
रिपोर्ट-देवेन्द्र राजपूत ब्यूरो चीफ राठ/हमीरपुर
राठ (हमीरपुर)। एससी-एसटी व ओबीसी संयुक्त मोर्चा द्वारा आज नगर में उप वर्गीकरण के विरोध में प्रदर्शन कर विशाल जुलूस निकाला और जुलूस मार्ग से होकर तहसील परिसर पहुंच महामहिम राष्ट्रपति व राज्यपाल को सम्बोधित अपना अपना दिया। जुलूस नगर के कबीर चौरा मंदिर से प्रारम्भ हुआ और नगर भ्रमण कर तहसील परिसर पहुंचा।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में 1 अगस्त 2024 को अनुसूचित जाति/जनजाति आरक्षण मामले में केंद्र सरकार/राज्य सरकारों को डायरेक्शन दिया है कि सरकारें आरक्षण में वर्गीकरण व क्रीमीलेयर की व्यवस्था लागू करे। एससी के डायरेक्शन के विरोध में एससी-एसटी व ओबीसी संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति एवं जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी सहित अन्य विभिन्न पार्टियों ने आज सिकन्दरपुरा स्थित कबीर चौरा मंदिर से विरोध स्वरुप बंद का आवाहन करते हुये एक विशाल जुलूस नगर में निकाला और एससी का फैसला वापिस लिये जाने तथा केंद्र सरकार द्वारा कानून बनाकर एससी के फैसले को रद्द करने की मांग की। जुलूस कबीर चौरा मंदिर से रामलीला मैदान होकर जुलूस मार्ग होते हुए अम्बेडकर चौराहे से तहसील परिसर पहुंचेगा और महामहिम राष्ट्रपति महोदय को सम्बोधित अपना ज्ञापन उपजिलाधिकारी राठ को सौंपा। ज्ञापन में मांग करते हुए लिखा कि माननीय एससी अपना असंवैधानिक फैसला वापिस ले। भारत सरकार कानून बनाकर एससी के डायरेक्शन को रद्द करें। सरकार अनुसूचित जाति/जनजाति आरक्षण को 9वीं अनुसूची में शामिल करे। अनुसूचित जाति/जनजाति आरक्षण आर्थिक आधार पर नहीं होना चाहिए। अनुसूचित जनजाति आरक्षण में क्रीमीलेयर व्यवस्था लागू नहीं होनी चाहिए। आरक्षण में वर्गीकरण की व्यवस्था लागू नहीं होना चाहिए। न्यायधीशों की नियुक्ति में आरक्षण लागू हो। राज्यसभा व विधान परिषद में आरक्षण लागू हो। प्राईवेट सेक्टर में भी आरक्षण लागू हो तथा लेटरल इंट्री खत्म हो या इसमें भी आरक्षण लागू किया जाये। इस दौरान एससी-एसटी व ओबीसी संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष प्रताप सिंह लोधी, महामंत्री गोविंद अहिवार, कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार अनुरागी, दिनेश सिंह लोधी, प्रवक्ता रतनलाल, सपा नेता सत्यपाल यादव , दानिश खान, दुष्यंत राजपूत, अनिल अहिरवार हरीराम कुशवाहा, बारेलाल एडवोकेट, खेमचंद्र नेताजी, बड्डे सिकन्दरपुरा, गंगादीन अहिरवार, प्रमोद कुमार अधिवक्ता, दीनदयाल अनुरागी, रमेश वर्मा, डा. हरीशंकर शास्त्री सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।