गुरसरांय में बड़ा जल संकट जनता विभिन्न संस्थाओं के बाद अब नगर पालिका अध्यक्ष ने लिखा जिलाधिकारी को पत्र
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। गुरसरांय माता मंदिर के ऐतिहासिक तालाब का अमृत सरोवर 20 के अंतर्गत विकास व सौंदर्यीकरण का काम के नाम पर भारी अनियमिताओं से गुरसरांय के ऐतिहासिक तालाब का अस्तित्व संकट में आ गया है जिसको लेकर गुरसरांय के आम लोगों से लेकर सामाजिक संगठनों और कई संस्थाओं, राजनीतिक दलों ने उप जिला अधिकारी से लेकर जिलाधिकारी झांसी को ज्ञापन दिया लेकिन अधिकारियों द्वारा निर्देशित करने पर भी कार्यदायी संस्था द्वारा काम ना करने से जनारोष देखते हुए 6 अगस्त 24 को नगर पालिका परिषद गुरसरांय के अध्यक्ष जयपाल सिंह चौहान ने जिलाधिकारी झांसी को पत्र लिखकर बताया है कि तालाब की अभी तक डी०पी०आर० नगर पालिका परिषद को उपलब्ध नहीं कराई गई न इस संबंध में किसी प्रकार के अभिलेख उपलब्ध कराए गए हैं
एकमात्र गुरसरांय नगर के मध्य यह तालाब होने के कारण पूरे गुरसरांय का जलस्तर बना रहता था लेकिन कुछ दिनों से ठेकेदार द्वारा धीमी गति से काम करने पर आज वर्षा ऋतु में भी तालाब सूखा पड़ा है जिससे जल आपूर्ति की नगर में विकराल समस्या उत्पन्न हो गई है विभिन्न मोहल्लो का तो जलस्तर ही नीचे चला गया है या खत्म हो गया है जिससे नगर के हैण्डपम्प,कुआँ आदि सूख गए हैं संबंधित ठेकेदार से दूरभाष एवं मौखिक रूप से कई बार बताया गया किंतु ठेकेदार काम में रुचि न लेकर समस्या पैदा कर रहा है ठेकेदार द्वारा खोदी गई मिट्टी भी बाहर नहीं निकाली जा रही है तथा तालाब के बीच में बड़े-बड़े मिट्टी के ढेर लगा दिए हैं तालाब बांध के चारों तरफ बाउंड्री एवं सीढियों के किनारे से मिट्टी हटा दी गई है जिससे बरसात का पानी वहां पहुंच गया है और रानी कुंड के नाम से जाने जाना बाला बीच का कुंड से बिल्कुल सटाकर खुदाई करने से प्राचीन कुंड और बांध के किनारे पुराना पक्का निर्माण गिरने की आशंका बढ़ गई है इस संबंध में संबंधित विभाग के अवर अभियंता को भी अवगत कराया गया है और लगातार जनता द्वारा प्रशासन को बताने के बाद भी प्रशासन द्वारा कार्यवाही के निर्देश के बाद भी कोई सुधार न होने से गुरसरांय की एक बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गई है पालिका अध्य्क्ष ने इस संबंध में जनहित व शासन हित में जल्द बड़ी कार्यवाही की मांग की है।