चावल माफिया अनिल अंचल पर हुई कार्यवाही की चर्चा से गूंजा शहर
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चावल माफिया अनिल अंचल पर हुई कार्यवाही की चर्चा से गूंजा शहर

ललितपुर। गरीबो के हक़ में आने वाले सरकारी चावलों की तस्करी करने के चर्चित मामले में पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बहुत बड़ा खुलासा किया है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने बताया कि आगरा की घी मंडी ताज गंज निवासी पूर्ति निरीक्षक दीपक जैन ने सरकारी चावल की हो रही कालाबाजारी के सम्बंध में कोतवाली पुलिस को सूचित किया था। कि सरकारी योजनाओं में पी.डी.एस. एम.डी.एम. व आई.सी.डी.एस. के फोर्टीफाइड चावल की बोरी ट्रक पर लादकर फर्जी बिल बनाकर अवैध लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से सरकारी चावल की कालाबाजारी की जा रही है। कोतवाली पुलिस ने पूर्ति निरीक्षक की तहरीर के आधार पर विगत दिनों पहले सुसंगत धाराओ में मामला दर्ज कर दो युवकों रामकिशोर, नीतेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस तफ्तीश के दौरान पुलिस के हाथ चावल प्रकरण के मुख्य सरगना अनिल अंचल तक जा पहुँचे। पुलिस ने अनिल जैन अंचल के साथ सार्थक जैन व जितेन्द्र जैन का नाम सामने आने पर उन्हें भी गिरफ्तार किया गया। पकड़े गये चावल तस्करों के पास से कालाबाजारी कर अन्य जनपदों में भेजा जा रहा करीब 590 बोरियों में 357 कुन्टल 60 किलों फोर्टीफाइड राइस को बरामद किया गया।
पुलिस पूछताछ के दौरान सरकारी चावल को मध्यप्रदेश उत्तर प्रदेश हरियाणा व अन्य अलग अलग राज्यों में बेचकर पैसे वाले बने मास्टर माइण्ड अनिल जैन अंचल ने पुलिस को बताया कि वह एक संगठित गिरोह का संचालन करते हैं। इस संगठित गिरोह में कई लोग शामिल हैं। गिरोह के लोग अलग-अलग जगहों से सरकारी योजनाओं में पी.डी.एस., एम.डी.एम. व आई.सी.डी.एस., के फोर्टीफाइड चावल को कोटेदारों, लाभार्थियों व अन्य लोगों से सांठगांठ कर सस्ते दामों में चावल लेकर मध्य प्रदेश के अलग-अलग जनपदों के भिन्न-भिन्न शैडों में एकत्रित करते हैं। कई शैड उनके ही हैं जो कि मध्य प्रदेश में केबल नाम के लिए बनाये गये हैं, जहां चावल एकत्र नहीं किया जाता है। ऐसे स्थानों शैडों का केबल कागजात में नाम रहता है, जहां से फर्जी बिल बनाकर लोडिंग करना दिखाकर प्रत्येक माह 10-15 ट्रक चावल जिसका वजन करीब 3 से 4 हजार कुन्तल अलग-अलग राज्यों में बेचकर बड़ा मुनाफा कमाते हैं। जो बिल बनता है, उस पर ब्रोकन राइस लिख देते हैं, जबकि सरकारी योजनाओं पी.डी.एस., एम.डी.एम. व आई.सी.डी.एस., के जरिए आमजन को राशन की दुकान पर मिलने वाला फोर्टीफाइड चावल इन बोरियों में होता है। बताया कि फोर्टीफाइड चावल की कालाबाजारी करके इसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों में मंहगे दामों पर बेच कर लाखों करोड़ों रुपयों का मुनाफा कमाते हैं। अनिल अंचल ने पुलिस को बताया कि सरकारी योजनाओं के फोर्टीफाइड चावल की 590 बोरी चाबल को ट्रक में लादकर एस.एस ट्रैडर्स एन.एच.-44 बम्हौरीलाल सागर रोड मालथौन का फर्जी बिल दस लाख पछत्तर हजार पांच सौ उन्तीस रूपये का बनाकर कुरूक्षेत्र हरियाणा में बेचने जा रहे थे। इसी दौरान साथी पकड़े गये जैसे ही हमे जानकारीलगी कि हमारा नाम भी आया है तो हम पुलिस से छुप रहे थे। लेकिन पुलिस ने हमे पकड़ लिया। पुलिस गिरफ्त में पकड़े गए आरोपी सिविल लाइन निवासी 67 वर्षीय अनिल जैन उर्फ अंचल जैन पुत्र स्व0 रतनचन्द्र जैन, मुहल्ला सुभाषपुरा निवासी 26 वर्षीय सार्थक जैन पुत्र विनोद कुमार जैन, 47 वर्षीय जितेन्द्र जैन उर्फ बल्लू जैन पुत्र शीलचन्द्र जैन पर धारा 319(2)/318(4)/338/336(3)/340(2)/111(3) बीएनएस व 3/7 ईसी एक्ट में मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश कर दिया। पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई इस बड़ी कार्यवाही की पूरे जनपद में चर्चा का विषय बनी हुई है चारो तरफ पुलिस अधीक्षक मो मुस्ताक की कार्यप्रणाली की तारीफ हो रही है।