उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने नगर निगम, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों में कार्यरत संगठित एवं असंगठित श्रेणी के सफाई कर्मचारियों के कल्याणार्थ अधिकारियों के साथ की बैठक
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उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार ने नगर निगम, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों में कार्यरत संगठित एवं असंगठित श्रेणी के सफाई कर्मचारियों के कल्याणार्थ अधिकारियों के साथ की बैठक

आज मा0 उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार श्रीमती अंजना पवार जी द्वारा अधिकारियों के साथ जनपद में नगर निगम, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों में कार्यरत संगठित एवं असंगठित श्रेणी के सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति में आवश्यक बैठक का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी श्री अविनाश कुमार एवं नगर आयुक्त श्री सत्य प्रकाश द्वारा मा0 उपाध्यक्ष जी का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
बैठक में उपस्थित सफाई कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों एवं सफाई कर्मचारियों द्वारा मा0 उपाध्यक्ष जी को अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया, जिसका संज्ञान लेते हुये उन्होने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में तैनात संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के साथ किया जाये। उन्होने कहा कि जनपद के अधिकारी संवेदनशीलता के साथ तैनात सफाई कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास हेतु सहयोग प्रदान करें, जिससे आयोग की मंशानुरुप इन कार्मिकों के विकास में वृद्धि हो सके। मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा अपने सर्वोच्च पद का शुभारम्भ स्वच्छ भारत मिशन से किया गया था, जो कि सीधे तौर पर सफाई कर्मचारियों से सम्बन्धित है। हमें मा0 प्रधानमंत्री जी के स्वच्छ भारत मिशन में सहयोग प्रदान करते हुये सफाई कर्मचारियों के कल्याण एवं उनके पुनर्वास के लिये विशेष कार्य करने चाहिए। मा0 प्रधानमंत्री जी के इस वर्ग के प्रति महत्वपूर्ण संवेदना है, जिसके माध्यम से वह देश के प्रत्येक नागरिक को यह संदेश प्रदान करना चाहते है कि वह विकास के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को सम्मान की दृष्टि से देखें। अधिकारी एवं कर्मचारी दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं, इसलिये अधिकारी सदैव अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के हित एवं कल्याण में कार्य करें, सभी किसी सिटी को सही मायने में स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त हो सकता है। कोरोना काल में सफाई कर्मचारियों द्वारा साफ-सफाई के साथ अन्तिम संस्कार जैसे कार्यो में भी निष्ठापूर्वक अपने मानवीय दायित्वों की पूर्ति की गयी है।
उन्होने बैठक में उपस्थित श्रम प्रवर्तन अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि जनपद में तैनात संगठित एवं असंगठित क्षेत्र के सभी कार्मिकों को अभियान चलाकर श्रम विभाग में पंजीकरण करायें, जिससे श्रम विभाग में संचालित विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ इन कार्मिकों को प्राप्त हो सके। उन्होने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में कार्यरत समस्त संविदाकर्मियों प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में मानदेय का निर्धारित भुगतान पूर्ण कराया जायें, इसके साथ ही संविदाकर्मिकों को प्रतिमाह उनके मानदेय भुगतान एवं कटौती सम्बन्धी वेतन स्लिप अनिवार्य रुप से उपलब्ध करायी जायें। उन्होने कहा कि समस्त सफाई कर्मचारियों को मौसम के अनुरुप वर्दी एवं पहचान पत्र उनके ब्लड ग्रुप एवं पी0एस0आई0 नम्बर के साथ मुहैया करायें। सफाई कर्मचारियों का समय-समय पर नियमित रुप से सम्पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुये उन्हें आवश्यक उपचार एवं प्रत्येक वार्ड में 02 रुम सेट के रुप में सेपरेट भवन की सुविधा प्रदान करें। सेवानिवृत्त होने वाले सफाई कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति एवं पेंशन सम्बन्धी पत्रावलियों को समय से निस्तारण पूर्ण करें तथा सेवानिवृत्ति पर ही उन्हें अनिवार्य रुप से ग्रेच्युटि की धनराशि का चेक उपलब्ध कराया जायें।
बैठक में मा0 उपाध्यक्ष ने अपर नगर आयुक्त को निर्देश दिये कि नगर निगम, नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों में कार्यरत असंगठित क्षेत्र से कर्मचारियों को रोस्टर के अनुरुप सप्ताह में 01 दिन अवकाश प्रदान किया जाये, इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर सम्बन्धित के विरुद्व दण्डात्मक कार्यवाही अमल में लायें।
बैठक में उपस्थित अपर नगर आयुक्त श्रीमती रोली गुप्ता ने झांसी नगर निगम की प्रगति की जानकारी प्रदान करते हुये कहा कि नगर निगम के प्रत्येक वार्ड में सफाई व्यवस्था हेतु दो पालियों में एक सफाई हवलदार की तैनाती की गयी है। उन्होने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में तैनात सफाई कर्मचारियों द्वारा प्रातः एवं सायं के समय सफाई का कार्य किया जाता है। इसके साथ ही नगर निगम क्षेत्र में जिन स्थानों पर सफाई कर्मचारी तैनात नहीं है वहां पर निगम द्वारा विशेष रुप से दलेल लगाकर नियमित रुप से सफाई कार्य कराया जाता है। नगर में एक डम्पिंग साईट बिजौली में स्थित है, जहां पर समस्त वार्डो से निकला हुआ कचरा डम्प कर ड्राई वेस्ट एम0आर0एफ0 इन्टर पर भेज दिया जाता है। उन्होने बताया कि नगर में कुल 1256 सामुदायिक/सार्वजनिक शौचालय स्थापित है, जिनमें से 1036 शौचालय नगर निगम द्वारा एवं 220 शौचालय पर्यटन, नेडा एवं झांसी प्राधिकार द्वारा संचालित किये जा रहे है। अधिकांश सामुदायिक शौचालयों का रखरखाव एवं प्रबंधन अनुबन्धित संस्था सुलभ इन्टरनेशनल द्वारा किया जा रहा है। झांसी नगर निगम ओडीएफ++ प्रमाणित है, जिसके लिये नगर निगम स्वामित्व का 18 के0एल0डी0 क्षमता का एफ0एस0टी0पी0 कार्यरत है। पंचवटी व मसीहागंज डम्प साईट पर एकत्रित लीगेसी वेस्ट के प्रसंस्करण हेतु 3,26,000 टन कचरे को ट्रीट किया जा चुका है। झांसी नगर निगम सीमान्तर्गत स्थित 60 वार्डो में नाला-नालियों की सफाई का कार्य रोबोट मशीन, जेसीबी, सुपर सकर मशीनों तथा मैनुअली रुप से कराया जाता है। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत नगर निगम झांसी में डोर-टू-डोर कूड़ा कलैक्शन का कार्य किया जाता है, इस कार्य हेतु निगम के कुल 239 वाहन कार्यरत है।
बैठक के दौरान अपर आयुक्त प्रशासन/न्यायिक श्री उमाकान्त त्रिपाठी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश एस0, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री वरुण कुमार पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी श्री सुनील कुमार, क्षेत्राधिकारी सदर स्नेहा तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री विपुल शिव सागर, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्रीमती ललिता यादव, अग्रणी जिला बैंक प्रबंधक श्री अजय कुमार शर्मा, अपर जिला सूचना अधिकारी श्री सुरेन्द्र पाल सिंह सहित सफाई संघ के प्रतिनिधि एवं सफाई कर्मचारी उपस्थित रहे।