रानी लक्ष्मीबाई जी के बलिदान दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश को विश्व पटल पर सशक्त करने का लिया संकल्प
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झांसी)। प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की अमर वीरांगना, प्रबल साहब व शौर्य की मूरत झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जी का बलिदान दिवस 18 जून मंगलवार को गुरसरांय थाना सभागार में भव्यता के साथ मनाया गया इस मौके पर महिला सशक्तिकरण के रूप में अपने विचारों को महिला सब इंस्पेक्टर पुलिस गुरसरांय की ओर से शिवानी तंवर ने बताया 18 जून 1858 में रानी लक्ष्मीबाई तात्या टोपे के साथ ग्वालियर कूच करने वाली रानी लक्ष्मीबाई को देश के गद्दारों और अंग्रेजों ने रास्ते में घेर लिया था उन्होंने वीर और साहस की मूर्ति रानी लक्ष्मीबाई ने युद्ध किया और घायल हो गईं। 17 जून 1858 का युद्ध रानी लक्ष्मीबाई के साहस भरे जीवन का आखिरी दिन था 18 जून 1858 को 30 साल की छोटी उम्र में आजादी की पहली भारतीए स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना वीरगति को प्राप्त हो गईं। सब इंस्पेक्टर स्वाति चौधरी ने कहा हर महिलाओं को झांसी रानी के साहस और वीरगति से प्रेरणा लेकर आज संकल्प लेकर हर हाल में देश को विश्व पटल पर हर रूप से सशक्त करने के लिए संकल्प लेना होगा तब ही हम सभी लोगों की सच्ची श्रद्धांजलि कहलाएगी। इस मौके पर प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार कुंवर रामकुमार सिंह,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद झांसी जिला संयोजक हरिशचन्द्र नायक,अभाविप नगर मीडिया संयोजक आयुष त्रिपाठी,कौशल किशोर,कार्तिक पाठक,उमाकांत पाराशर,शौकीन खान,राघवेन्द्र बुंदेला,सुरेश सोनी सरसैड़ा वहीं कस्बा इंचार्ज सब इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह,सब इंस्पेक्टर राहुल कुमार सिंह,कांस्टेबल सुधांशु सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।