जल जंगल वृक्षारोपण अवैध खनन करने वाले माफियाओं पर क्या चलेगा बुलडोजर? वृक्षारोपण के नाम गुरसरांय, बामौर रेंज क्षेत्र में भारी घोटाला
1 min read

जल जंगल वृक्षारोपण अवैध खनन करने वाले माफियाओं पर क्या चलेगा बुलडोजर? वृक्षारोपण के नाम गुरसरांय, बामौर रेंज क्षेत्र में भारी घोटाला

रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय

गुरसरांय (झांसी)। बढ़ते तेज तापमान का कारण और कोई नहीं सरकार और आम जनता हैं काश सरकार ने वृक्षारोपण और जल संरक्षण और विकास के नाम पर भले ही अरबों रुपयों का बजट खर्च किया हो लेकिन खर्च किए धन अभिलेखों में भले ही अपनी पीठ थपथपा रहे हों लेकिन हकीकत कुछ और ही धरातल पर बयान कर रही हैं। इसको लेकर झांसी जिले की सबसे दूरस्थ तहसील गरौठा के विकासखण्ड गुरसरांय,बामौर वन रेंज क्षेत्र में पिछले चार वर्षो में वन विभाग द्वारा गुरसरांय रेंज और बामौर रेंज क्षेत्र में वृक्षारोपण से लेकर वृक्षों के संरक्षण हेतु लंबी चौड़ी धन राशि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा खर्च की गई। लेकिन धरातल पर उक्त दोनों क्षेत्रों में 40% भी वृक्षारोपण नहीं हुआ और न ही वृक्षों को संरक्षणता प्रदान की गई और फर्जी अभिलेख तैयार कर करोड़ों रुपया की हेरा फेरी सामने आ रही हैं इधर सवाल उठता है वन विभाग के आला अधिकारियों से लेकर मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारियों ने आखिर धरातल पर क्या देखा और सरकार को क्या रिपोर्ट सौंपी। इसका प्रदेश स्तर से उच्च स्तरीय टेक्निकल टीम गठित कर पिछले चार,पांच वर्षो में हुए वृक्षारोपण को मौके पर जांच कर रिपोर्ट अगर तत्परता व ईमानदारी से राज्य सरकार को सौंप कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करती हैं तो इसमें वन रेंजर से लेकर बड़े बड़े अधिकारी नपते नजर आएगें और यही हालत वृक्षारोपण के नाम पर सिंचाई विभाग बेतवा प्रखण्ड झांसी के तहत उपखण्ड तृतीय, द्वितीय भसनेह सेक्सन मुख्य केनाल नहर कोठी गुरसरांय ने वृक्षारोपण के नाम पर लीपा पोती कर शासकीय कोष से सिर्फ धन कैसे लूटा जाए का काम हुआ है बताते चलें वृक्षारोपण में इसी प्रकार पिछले वर्षो में वृक्षारोपण के नाम पर नगर पंचायत एरच, नगर पंचायत गरौठा,नगर पालिका परिषद गुरसरांय विकास खण्ड बामौर,गुरसरांय के ग्रामीण क्षेत्रों में वृक्षारोपण के नाम पर सिर्फ और सिर्फ मजाक उड़ाया गया है और आज बढ़ते तापमान,देवीय आपदा,गिरते जल स्तर के लिए सीधे सीधे सरकार और भ्रष्ट कार्यशैली की ओर तस्वीर आईने में दिख रही हैं। वर्तमान में भी बेतवा माइनर,धसान नदी से लेकर नुनार चौकरी, सिर्वो आदि क्षेत्र में जो क्रेशर लगे हुए हैं और जो जगह क्षेत्रफल खनन के लिए नियम अनुसार अधिकृत किया गया था उससे कई गुना क्षेत्रफल से लेकर गहराई में अवैध खनन पहाड़ियों का कर जल,जंगल,जमीन,पहाड़ी आदि प्राकृतिक धरोहर को सिर्फ और सिर्फ पैसे भी भूंख में चौपट कर दिया है जिसके चलते वृक्षारोपण न होने से वर्षा और प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ने का काम अवैध खनन करने वालों से लेकर अवैध खनन कराने वाले सरक्षणकर्तायों सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों पर उंगलियां उठना बाजिब है जिसके चलते लोगों को स्वच्छ हवा छाया प्राकृतिक सरक्षण से पूरी तरह दूर कर दिया गया है इधर बता दें उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी हमेशा भ्रष्टाचार और प्राकृतिक संरक्षणता के विरुद्ध काम करने वालों को कभी छोड़ते नहीं है और उनका बुलडोजर हमेशा तैयार रहता हैं अब देखना है 4 जून के बाद आचार संहिता खत्म हो रही हैं क्या बाबा का प्रकृति के साथ छेड़ छाड़ करने वालों अवैध बालू खनन करने वालों अवैध रूप से क्रेसर संचालकों द्वारा पहाड़ों को खोद कर कुओं से भी गहरे पहाड़ों की जगह उस स्थान को ब्लास्ट करके नियम विरुद्ध तरीके से अवैध खनन किया है। जिसका दुष्परिणाम आम गरीब किसान मजदूर भोग रहा है उनकी भूमि अनुपयोगी हो गई हैं जिससे वह पौदावारी नही कर पा रहे है दूसरी ओर मजदूरों को भी मजदूरी नही मिल रही हैं और ब्लास्टिंग दौरान कई बार जन व जानवरों की जानें गई है ओवर लोडिंग से सड़कें बदहाल हो गई हैं क्या ऐसा करने वालों के विरुद्ध बाबा का बुलडोजर चलेगा और भगवान श्री राम चन्द्र की कर्म स्थली बुन्देलखण्ड के चित्रकूट से लेकर कई महान पुरषों,संतो की तपो स्थली नदियों को बचाया जायेवा।