महाराणा बनने के लिए अनशक्ति और एकाग्रता जैसे मूल्यों को अपनाना होगा डॉ. चौहान
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महाराणा बनने के लिए अनशक्ति और एकाग्रता जैसे मूल्यों को अपनाना होगा डॉ. चौहान

रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झांसी)।जगदीश सिंह यादव नंदकिशोर मोदी महाविद्यालय गुरसरांय में आज हिंद केसरी वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती कार्यक्रम डॉक्टर पुष्पेंद्र सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुआ इस अवसर पर डॉक्टर चौहान ने कहा कि महाराणा सच्चे अर्थों में एकाग्रता और अनशक्ति जैसे मूल्यों को जीने वाले महापुरुष थे आज जब महत्वाकांक्षा की आंधी दौड़ में युवा वर्ग स्वाभिमान को बेच रहा है ऐसे में महाराणा प्रताप के यह दो जीवन मूल्य और भी प्रासंगिक हो जाते हैं उन्होंने भील जैसी उपेक्षित जनजाति को साथ लेकर अकबर के दांत खट्टे किए। इंडियन डिफेंस अकादमी के निदेशक जय प्रताप सिंह ने बीज वक्तव्य देते हुए कहा की कुंभलगढ़ का वीर सपूत स्वाभिमानी होने के साथ-साथ राष्ट्र धर्म सांस्कृतिक अस्मिता का रक्षक था। इस अवसर पर इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में करणी सेना के जिला अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह छोटू अस्ता,अभिषेक चौहान बामौर,केशवेन्द्र सिंह,दीवान रामदेव सिंह,हरेंद्र सिंह परिहार महेंद्र सिंह परिहार,विजय,विक्रम सिंह,भोलू ठाकुर,रामजी परिहार, संदीप सिंह परिहार,सूरज प्रताप सिंह परिहार,राज ठाकुर,शरद ठाकुर,मनीष कुमार,सुरेंद्र पस्तोर, पुष्पा पाल,लाडली,अंशिका नायक सहित सभी आगंतुक महानुभावों ने महाराणा के श्री चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की कार्यक्रम का संचालन घनेंद्र प्रताप सिंह ने किया व आभार राज ठाकुर रानापुरा ने किया।