बुंदेलखंड में कृषि क्रांति ला सकता आईसीटी-दिलीप व्यास
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। किसानों को जानकारी के अभाव में कृषि कई पहलुओं में पिछड़ रही है और जिसका कारण है खराब कनेक्टिविटी और बाजार का विघटन, किसानों को अविश्वसनीय और देरी से जानकारी का पता चलना।
चन्द्रशेखर आजाद विश्विद्यालय कृषि एवं प्रौद्योगिकी कानपुर पी.एच डी. कृषि प्रसार शिक्षा के शोध छात्र दिलीप व्यास ने बताया कि किसानों के लिए कृषि कार्य संबंधित सही जानकारी की समय पर उपलब्धता और उसका समुचित उपयोग कृषि के लिए आवश्यक है। सूचना के प्रसार, प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण, इनपुट की खरीद और आउटपुट की बिक्री के लिए आईसीटी आधारित पहल की जा सकती है ताकि किसानों को लाभ हो सके।
कृषि समस्याओं की समय पर जानकारी और व्यावहारिक समाधान किसानों को अच्छी कृषि पद्धतियाँ अपनाने, आदानों का बेहतर विकल्प चुनने और खेती की उचित योजना बनाने में मदद करते हैं।
वर्तमान तकनीकी युग में किसानों को आगे बढ़ाने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकियों और प्रासंगिक जानकारी के बारे में अद्यतन रखने के लिए विभिन्न तरीकों का पता लगाना महत्वपूर्ण हैं।
आई टी सी (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) को शामिल करके बड़े डेटा और सूचनाओं को प्रभावी ढंग से उत्पन्न, संग्रहीत, विश्लेषण, प्रसारित और कृषि को उन्नत करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। यह किसानों को त्वरित, विश्वसनीय और स्थानीयता आधारित सूचना सेवाएँ प्रदान करके उत्पादन को कई गुना बढ़ा सकता है। इसलिए कृषि में आईसीटी ई-कृषि से संबंधित अनुसंधान और अनुप्रयोग का एक उभरता हुआ क्षेत्र बन गया है।
किसानों को आईसीटी सेवाएं प्रदान करने के लिए जिन प्रमुख घटकों का उपयोग किया जाता है वे हैं वेब पोर्टल, एंड्रॉइड फोन पर मोबाइल एप्लिकेशन, साधारण फोन पर एसएमएस और वॉयस संदेश, सूचना कियोस्क, वीडियो और विशेषज्ञों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग। किसानों तक सूचना प्रसारित करने की पूरी प्रक्रिया में कृषि विशेषज्ञ प्रमुख घटक हैं।
किसान कॉल सेंटर (केसीसी)- किसानों के प्रश्नों का समाधान कृषि स्नातकों द्वारा उनकी स्थानीय भाषा में हेल्प लाइन, टोल फ्री नंबर 1800-180-1551 पर किया जाता है।
एगमार्कनेट- कृषि विपणन सूचना नेटवर्क , उपज बेचने के संबंध में निर्णय लेने की क्षमता को सशक्त बनाना।
आईकेएसएल- यह मोबाइल फोन पर वॉयस संदेशों के माध्यम से संबंधित किसानों को प्रासंगिक जानकारी और कस्टम-निर्मित समाधान प्रदान करना।
डिजिटल मंडी- कृषि उपज को सहजता से बेचने और खरीदने की सुविधा प्रदान करने वाला एक इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।
कृषि में अधिक उन्नत आईसीटी उपकरण जैसे जीपीएस, जीआईएस, आरएफआईडी, रिमोट सेंसिंग, सटीक कृषि के लिए स्मार्ट डिवाइस, स्थिरता, पर्यावरण, खाद्य सुरक्षा आदि को अपनाना। आईसीटी कई मायनों में कृषि में क्रांति ला सकती है।