भाजपा चाहती है गरीब का बच्चा पढ़े लिखे नहीं, सिर्फ मेहनत मज़दूरी करे – प्रदीप जैन
झांसी! झांसी ललितपुर लोक सभा से इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के मुख्य आतिथ्य में कुंज बिहार वाटिका में छात्र पंचायत जय जवान संवाद आयोजित किया गया। इस पंचायत में प्रदीप जैन आदित्य ने छात्रों से संवाद किया और कहा कि भाजपा सरकार पूरी तौर पर शिक्षा को खत्म करना चाहती है इसलिये बेतहाशा फीसें बढ़ायी जा रही हैं ताकि आम आदमी की पहुॅच से शिक्षा दूर हो जाये। गरीब आदमी का बच्चा पढ़े लिखे ही नहीं। भाजपा चाहती है कि गरीब का बच्चा पढ़े लिखे नहीं, सिर्फ मेहनत मज़दूरी करे। भाजपा सरकार द्वारा अमीर और गरीब की खायी इतनी ज़्यादा खोदी जा रही कि अमीर आदमी और अमीर हो जाये और गरीब आदमी और गरीब हो जाये। गरीब आदमी का सिर्फ पांच किलो गेहूॅ उसका नसीब बन जाये। जबकि कांग्रेस सरकार चाहती है कि हर पढ़ा लिखा नौजवान अपनी पढ़ायी पूरी करने के बाद सरकारी नौकरी में जाए। इसी लिए कांग्रेस ने धोषणा की है कि केन्द्र में सरकार बनते ही कांग्रेस सरकार युवाओं को 30 लाख नौकरियां देगी और इसका कलैन्डर भी बना दिया गया है। जिसका समयबद्व तरीके से पालन किया जायेगा। कांग्रेस तो हमेशा से गरीबों के लिये सोचती और गरीब की भलाई के लिए काम करती है।
पटेल गार्डन, टहरौली में इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी प्रदीप जैन आदित्य के मुख्य आतिथ्य में कार्यकर्ता परिचय सम्मेलन आयोजित किया गया। बड़ी तादाद में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदीप जैन ने कहा कि गठबंधन के कार्यकर्ता कांग्रेस के न्याय पत्र को जन-जन तक पहुॅचा दे तो हमारी आपकी जीत सुनिश्चित है। हमारे पास जन सम्पर्क के दौरान बताने के लिए है कि हम पूरे पांच साल तक एअरकंडिशन्ड कमरे में नहीं रहे बल्कि हर रोज चौबीस घण्टे जनता के बीच में रहे। हमने जनता की आवाज़ को लगातार बिना रूके बुलन्द किया है। उनकी हर एक समस्या को हमने उठाया है और जनता की समस्याओं का समाधान करवाया है।
योगेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र सिंह भोजला, बलवान सिंह यादव, अरविन्द वशिष्ठ, तनवीर आलम, अरशद खान, मुकेश अग्रवाल, अफज़ाल हुसैन, मनीराम कुशवाहा, आशा राम कुशवाहा, अखिलेश गुरूदेव, शंभू सेन, प्रिंस कटियार, सीता राम यादव, सरला भदौरिया, नीता अग्रवाल, जगमोहन मिश्रा, राशि साहू, अभिषेक प्रताप, प्रीति श्रीवास, युवराज सिंह यादव, सूरज पटैल, रमेश निराला, तिलक चन्द्र अहिरवार, महेश कश्यप और सैकड़ों की तादाद में कार्यकता मौजूद रहे।