खाद्य एवं औषधि विभाग की मेहरबानी से गुरसरांय क्षेत्र में फल फूल रहा है मिलावटी खाद्यान्न कारोबार
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झांसी)। होली का त्यौहार आते ही मिलावटी खाद्यान्न विक्रेताओं की बल्ले- बल्ले हो रही है इसके दुष्परिणाम स्वरूप आम जनता पर जहां ऊंचे दाम पर उपभोक्ता मिलावटी मिष्ठान से लेकर आदि खाद्यान्न खरीदने को मजबूर हैं क्योंकि इन सब के पीछे खाद्य एवं औषधि विभाग की खाद्य निरीक्षक और मिलावटी खाद्यान्न विक्रेताओं की मिलीभगत जिसका परिणाम आम जनता की सेहत पर पड़ रहा है यहां तक की किड़नी के इंफेक्शन से लेकर कई प्रकार की गंभीर बीमारियां आम उपभोक्ताओं को झेलना पड़ रही हैं। खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारी सैंपल के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहे है और जब भी सैंपल के लिए जिले से कोई टीम गुरसरांय बाजार व गरौठा,एरच आदि क्षेत्रों में आती है तो उनके आने के पहले फोन से मिलावटी खाद्यान्न विक्रेताओं को सूचना दे दी जाती है ताकि वह पूरी तरह सावधान हो जाते हैं इस समय मिठाइयों से लेकर कोल्ड ड्रिंक,पनीर,खोया में जहां जबरदस्त मिलावट हो रही है वहीं देसी घी भी गुरसरांय में कई दुकानदार मिलावटी खुद बना रहे हैं ऊंचे दाम उपभोक्ताओं से वसूल रहे हैं बात यही नहीं रुकती आटा,बेसन से लेकर खाद्यान्न तेल में बड़े पैमाने पर मिलावट हो रही है और कई बड़े स्पेलर मिलावटी तेल का कारोबार खाद्य एवं औषधि विभाग की मिलीभगत से धड़ल्ले से कर रहे हैं और गुरसरांय,गरौठा क्षेत्र में खाद्य एवं औषधि विभाग का तैनात फ्रूड इंस्पेक्टर इन दिनों चर्चा में है कि प्रति हफ्ता व्यापारियों से मोटी रकम वसूल कर मिलावटी खाद्यान्न करने वालों को खुल्लम-खुल्ला संरक्षण दिए हुए हैं कस्बा व क्षेत्र के लोगों ने खाद्य एवं औषधि विभाग के आला अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन व उत्तर प्रदेश शासन से इस संबंध में जल्द बड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि आम जनता की सेहत न बिगाड़ सके और न ही उसकी जेब पर डाका डाल सके साथ ही ऊंची पगार पाने के बाद भी अवैध कारोबारी को संरक्षण देने वाले संबंधित विभाग के अधिकारियों पर भी कार्यवाही का शिकंजा कसा जा सके ताकि इस प्रकार की मिलावटी खाद्यान्न की लगातार पुनरावृति पर पूरी तरह लगाम लग सके।