नाला और रामतला के कामों में भारी अनियमितताएं तो धनाई तालाब अतिक्रमणकारियों की गंदगी साम्राज्य दे रहा बीमारियों को न्योता
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नाला और रामतला के कामों में भारी अनियमितताएं तो धनाई तालाब अतिक्रमणकारियों की गंदगी साम्राज्य दे रहा बीमारियों को न्योता

रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय

गुरसरांय(झांसी)। नगर पालिका परिषद गुरसरांय क्षेत्र में मोंठ रोड स्थित नारायणपुरा सहकारी समिति के पास से नगर पालिका द्वारा नाला निर्माण में मापक के अनुसार मटेरियल प्रयोग नहीं किया जा रहा है यहां तक कि नाले निर्माण में इसकी कुल लागत से लेकर कार्य अवधि आदि विवरण जो मौके पर वोर्ड लगाकर अंकित होना चाहिए वह भी नहीं किया गया है। नाले में स्टीमेट के मुताबिक काफी घटिया किस्म का गुम्मा जहां प्रयोग किया जा रहा है वहीं गिट्टी,बालू,डस्ट और सीमेंट का जो अनुपात होना चाहिए वह भी नहीं किया जा रहा है यहां तक कि गिट्टी की क्वालिटी से लेकर कई प्रकार की मौके पर अनियमिततायें देखने में स्पष्ट नजर आ रही हैं और इसमें नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी से लेकर अवर अभियंता और ठेकेदार की मिलीभगत इन दिनों हर काम में चर्चा का विषय बनी हुई है इसी प्रकार रामतला की खुदाई से लेकर आस-पास का जो क्षेत्रफल अतिक्रमण की चपेट में है उस पर अतिक्रमण हटाकर रामतला को उसके वास्तविक क्षेत्रफल के अनुसार जो खुदाई होना चाहिए थी वह क्षेत्रफल मौके पर अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है जिससे सरकार द्वारा करोड़ों रुपया तालाब के सौंदर्यीकरण से लेकर अवैध अतिक्रमण हटाने और जल स्त्रोत स्थाई तौर से बना रहे के लिए दिया गया था उस पर सवालिया निशान उठ रहे हैं और यहां भी कार्य क्षेत्रफल से लेकर कार्य विवरण आदि समय सीमा का वोर्ड नगर पालिका परिषद द्वारा नहीं लगाया गया है तालाब खुदाई की मिट्टी बांधो पर डलना चाहिए था लेकिन वह मिट्टी बेची जाने की खबर है और नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी द्वारा शासन से लेकर न्यायालयों के आदेशों की तालाबों के संरक्षण मामले में लीपापोती की जा रही है और बड़े पैमाने पर चाहे नाला निर्माण हो चाहे तालाब का विस्तारीकरण का काम लोकसभा निर्वाचन 2024 की आचार संहिता लगते ही बहुत जल्दबाजी में फर्जीवाड़ा कर शासकीय धन को कैसे निकाला जाए कि फिराक में नगर पालिका प्रशासन लगा हुआ है क्योंकि इस समय नगर पालिका के अधिकारियों और अवर अभियंता आदि स्टाफ के लोगों को मालूम है कि जिला प्रशासन से लेकर आला अधिकारी निर्वाचन कार्य में तैनात हैं और किसी प्रकार यह सम्पूर्ण भुगतान फर्जीवाड़ा कर निकाल लिया जाए। इसी प्रकार धनाई तालाब जो कि घनी बस्ती के बीच में गुरसरांय में बहुत पुराना प्राचीन ऐतिहासिक तालाब था जिसकों जहां अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर रखा है वहीं तालाब को गंदे कचड़े के ढेर से पूरी तरह गंदगी का साम्राज्य इस तालाब पर हो चुका है और न्यायालय से लेकर शासन के आदेशों की यहां पर खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जिससे इस क्षेत्र में कभी भी भयंकर संक्रात्मक बीमारियां फैल सकती हैं और जिससे भारी जनहानि की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। कस्बे के जागरूक लोगों ने जिला प्रशासन से लेकर सम्बन्धित विभाग के आला अधिकारियों और प्रदेश शासन से इस सम्बन्ध में जल्द बड़ी कार्यवाही की मांग की है।