6 नव दमपत्तियों को डॉ० संदीप ने दी उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें
विनय नगायच सह बुन्देलखण्ड प्रभारी
दैनिक बुन्देलखण्ड बुलेटिन
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गहोई वैश्य सेवा संस्थान के तत्वाधान में गहोई समाज के सामूहिक विवाह महायज्ञ में 6 युगलों ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेकर पवित्र दांपत्य जीवन में प्रवेश किया, इस कार्यक्रम में नव दंपतियों को सुभाशीष देने श्री श्री 1008 महंत सिद्धराम दास विशेष रूप से उपस्थित रहे। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष राजवर्धन निखार एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में जनपद के प्रतिष्ठित समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु श्री राम एवं मां जानकी विवाह की भव्य वर यात्रा से प्रारंभ हुई यह यात्रा उरई के न्यू मंगलम गेस्ट हाउस से प्रारंभ होकर घंटाघर, भगत सिंह चौराहा, चंद्र नगर, गोपालगंज, तुलसी नगर होती हुई पुनः आयोजन स्थल पर समाप्त हुई। यात्रा के दौरान अनेक स्थानों पर पुष्प वर्षा की गई बैण्ड एवं डीजे की धुन पर आमंत्रित लोग थिरकते हुए दिखाई दिए। सभी दुल्हनों को चांदी का सिक्का, सफारी सूट और नारियल देकर टीका किया गया इसके उपरांत वरमाला की रस्म एवं फेरों का कार्यक्रम संपन्न हुआ। गोधूलि बेला पर परिजनों और आयोजकों ने अश्रुपूरित नेत्रों से अपनी लाड़ली बहन/बेटियों को सुखी दाम्पत्य की दुआओं के साथ विदा किया। नव दंपतियों को स्त्री धन के रूप में 75 समान वितरित किए गये। इस अवसर पर समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी ने कहा विवाह एक पवित्र बंधन है वर्तमान में विवाह विच्छेद की समस्या का मुख्य कारण संयुक्त परिवारों का ना होना है। संयुक्त परिवार में सभी लोग मिलकर सारे कार्य सुगमता से संपन्न कर लेते थे, सुख-दुख में एक दूसरे के लिए तत्पर रहते थे।
वहीं एकल परिवार में व्यक्ति अकेला रह जाता है दैनिक दिनचर्या का सारा बोझ स्वयं वहन करना होता है इसी कारण लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं और पति-पत्नी में अनुमान और विवाह विच्छेद जैसी समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। साथ ही उन्होंने घर में मंदिर निर्माण पर भी जोर देते हुए कहा हमें अपने भगवानों और महापुरुषों के प्रतिदिन दर्शन करना चाहिए जिससे उनके पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा मिलती है एवं हमारी संतानें भी संस्कारी होती हैं। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रमोद कुमार नौगरइया, अरविंद मिसुरया, सुनील महतेले, पवन नाछौला, बृजमोहन पिपरसेनिया, कृष्ण कुमार रेजा, राजेश बर्धिया, डॉक्टर देवेंद्र सेठ, प्रमोद मिसुरया, राधेश्याम महतेले, बृजकिशोर कनकने, अनिल कुचिया, विशाल विश्वारी, विवेक गुप्ता, संत कुमार मिसुरया, नीरज तीतविलासी, कमलेश सुहाने, प्रदीप महतेले, सत्य प्रकाश सेठ, देवेंद्र कुरेले एवं संघर्ष सेवा समिति से संदीप नामदेव, अभय प्रताप सिंह, बसंत गुप्ता, पूजा रायकवार, नीलू रायकवार, ललित रायकवार, महेंद्र रायकवार, सुशांत गेड़ा, राजू सेन एवं राकेश अहिरवार आदि उपस्थित रहे।