वर्ष 2023-24 में प्रस्तावित बजट की बैठक महापौर बिहारी लाल आर्य की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
झांसी। नगर निगम के कार्यकारिणी सभागार में पुनरीक्षित बजट वर्ष 2023-24 में प्रस्तावित बजट की बैठक महापौर बिहारी लाल आर्य की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
जिसमें कार्यकारिणी सदस्यों ने सर्वसम्मति के साथ बजट पास किया। पुनरीक्षित बजट वर्ष 2023-24 में प्रस्तावित राजस्व पूंजी एवं उचन्त लेखों की कुल रुपए 22388.90 लाख जिसमें प्रारंभिक अवशेष रुपए 16673.50 लख रुपए को सम्मिलित करते हुए कुल सकल आय रुपए 39062.40 लाख तथा कुल शक्ल में रुपए 28897.45 लाख के समायोजन उपरांत रुपए 10164.95 लख रुपए की अंतिम अवशेषों के साथ कार्यकारिणी के समक्ष रखा गया। जिसे सर्वसम्मति से पास किया गया। नगर निगम में कार्यकारिणी की बैठक शुरू होते ही बजट पर लेकर चर्चा नहीं होते हुए सर्वप्रथम शहर के विकास के मुद्दों पर कार्यकारिणी सदस्यों ने चर्चा करना शुरू कर दिया। जिसमें पार्किंग चार्जिंग, हाउस टैक्स, सफाई व्यवस्था, विज्ञाप,न मार्ग प्रकाश व्यवस्था व नगर निगम की आय बढ़ाने के मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें सर्वप्रथम कार्यकारिणी सदस्य महेश गौतम, विकास खत्री व आशीष रायकवार ने मुद्दा उठाया कि शहर की स्मार्ट पार्किंग का जो ठेका हुआ है उससे नगर निगम को अभी तक कितनी धनराशि प्राप्त हुई। जिसमें बताया गया कि 2018 से अभी तक नगर निगम को 1 लाख 8 हजार रुपए प्राप्त हुआ। जबकि नगर निगम द्वारा संचालित दो पार्कों से 25 लख रुपए प्राप्त हुआ है। जिस पर नगर निगम को ठेके पर कार्य कर रही कंपनी काफी नुकसान पहुंचा रही थी इस विषय पर काफी देर तक चर्चा हुई जिसमें यह निष्कर्ष निकाला गया कि उक्त कंपनी को हटाया जाए इस प्रस्ताव पर सहमति महापौर बिहारी लाल आर्य द्वारा भी की गई एवं उक्त कंपनी को नोटिस बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए गए। शहर में कोडिंग द्वारा विज्ञापन संचालित कर रही कंपनियों को भी कार्यकारिणी में रखा गया। जिसमें सवाल किए गए कि अभी तक विज्ञापन से कितना पैसा नगर निगम को प्राप्त हुआ है लेकिन इसमें भी नगर निगम को नुकसान पहुंचाया जा रहा है जिसमें अवैध होर्डिंग शहर से हटाई जाए एवं कड़ी कार्रवाई की जाए। शहर की सफाई व्यवस्था के लिए कर्मचारियों को बढ़ाए जाने की मांग की गई। जिसमें 300 कर्मचारियों का प्रस्ताव रखा गया जिस पर शासन को यह प्रस्ताव भेजा जाएगा मंजूरी होने पर आउटसोर्सिंग पर सफाई कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे। इन प्रस्तावों के साथ-साथ शहर में प्रकाश व्यवस्था को लेकर काफी चर्चा की गई जिसमें यह तय हुआ की सभी वार्ड में पार्षदों को समान रूप से लाइट स्वीकृत की जाएंगे। नगर निगम की दुकानों की गैलरी में अतिक्रमण को लेकर भी चर्चा की गई। अतिक्रमण करने पर कड़ी कार्रवाई की आवाज भी उठाई गई। क्षेत्र में घूम रहा है आवारा कुत्तों को लेकर चर्चा हुई। इसके साथ-साथ लेकर हाउस टैक्स एवं कमर्शियल टैक्स को लेकर चर्चा हुई जिसमें यह तय किया गया कि बकाया घरों को टैक्स के दायरे में लाया जाए एवं डोर टू डोर कलेक्शन को लेकर नगर निगम को काफी नुकसान पहुंच रहा है इसमें किस तरह नगर निगम को लाभ पहुंचे इसकी योजना बनाई गई एवं हाउस टैक्स में ही डोर टू डोर कलेक्शन का चार्ज लगाया जाए एवं कलेक्शन की दर को बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया। नगर निगम में स्मार्ट सिटी कार्यालय के किराये को लेकर काफी चर्चा की गई जिसमें अधिक एरिया होने के कारण किराया काफी कम है इसमें बढ़ोतरी की मांग रखी गई। नगर निगम की आय बढ़ाने के मामले में कार्यकारिणी सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। प्रियंका साहू व रमा कुशवाहा ने शहर की मार्ग प्रकाश व्यवस्था, सफाई व्यवस्था एवं मरम्मत कार्य के मामले में अपने प्रस्ताव रखें। जिसमें सहमति प्रदान की गई। शहर के विकास एवं सौंदर्य करण को लेकर कार्यकारिणी सदस्यों ने 10164.95 लाख रुपए के अंतिम अवशेष के साथ कार्यकारिणी में बजट को सहमति प्रदान की गई। इस मौके पर उपसभापति श्रीमती सुशीला गोकुल दुबे, प्रियंका साहू, विकास खत्री, महेश गौतम, आशीष रैकवार, रमा कुशवाहा, प्रदीप खटीक, आशीष चौकसे, नरेंद्र नामदेव, कामेश अहिरवार, अमित राय, नगर आयुक्त सत्य प्रकाश एवं अपर नगर आयुक्त मोहम्मद कमर, लेखा अधिकारी राजकिशोर, नगर स्वास्थ्य अधिकारी धीरेंद्र गुप्ता, सहायक नगर आयुक्त गौरव कुमार, उप नगर आयुक्त अमित कुमार, मुख्य अंभियता एस के सिंह, अधिशासी अभियंता एम के सिंह, पशु चिकित्सा अधिकारी राघवेंद्र सिंह निरंजन, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी धीरेन्द्र मोहन कटियार, लेखाधिकारी राजेश श्रीवास्तव आदि अधिकारी मौजूद रहे।