दीपावली पर बाजार में नहीं दिख रहा उत्साह,मनरेगा का भुगतान न होने से मजदूर और कर्मचारी भी दिखे परेशान
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। धनतेरस से लेकर छोटी दीपावली 11 नवंबर शनिवार को भी दीपावली जैसे महापर्व पर जहां बाजारों में प्रतिवर्ष खरीददारों की भारी भीड़ देखने को मिलती थी और पैर रखने से लेकर बाजार में पैदल चलना खरीदारी के लिए मुश्किल रहता था लेकिन इस वर्ष दीपावली पर आर्थिक तंगी के चलते बाजार में देखा गया है की भीड़ खरीदारी के लिए प्रतिवर्ष की भांति बहुत ही कम रही इसके लिए कह सकतें हैं महंगाई और बेरोजगारी ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी है जिसके चलते महंगाई की मार से गुरसरांय में दीपावली जैसे महापर्व पर भी त्योहार फीका रहा जिसका सीधा प्रभाव दुकानदारों से लेकर किसान मजदूर आदि गरीबों पर पड़ा है और त्योहार की रंगत फीकी देखी गई है उधर ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूर किसान सीधा-सीधा मनरेगा आदि कामों से जुड़ा हुआ करता है लेकिन इस बार मनरेगा का गुरसरांय और विकासखण्ड बामौर सहित कई जगह कई महीनो से मजदूरों से काम करने के बाद भी शासन द्वारा बजट नहीं दिया गया है जिसकी मार गरीब मजदूर से लेकर गांव के प्रधान और सरकारी कर्मचारियों पर पड़ा है और देखा गया है विकासखण्ड कार्यालय क्षेत्र से लेकर अन्य विभागों में भी भुगतान न होने की चलते दीपावली पर गरीब मध्यम वर्ग में मायूसी छाई हुई है।