रिपोर्ट-महादेव भास्कर कटेरा झाँसी
कटेरा-कस्बा कटेरा में लगभग 12 साल पहले लाखों रूपये की लागत से बनी मछली मंडी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है लेकिन सम्बंधित विभाग अनजान बना हुआ है बताते चलें कि मायावती सरकार में मछली पकड़कर बेचकर अपनी रोजी रोटी चलाने बालों के लिए सरकार ने एक स्थायी स्थान प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की नियत से कटेरा स्थित पड़रा रोड पर सुरईपुरा में मछली मंडी का निर्माण कराया था जिससे मछली पकड़कर बेचने बालों को दुकाने आवंटित होनी थी जिसमें वह अपनी दुकानदारी कर सकें लेकिन मछली मंडी बन कर तैयार हुए 12साल से अधिक समय बीत गया लेकिन आज तक सम्बंधित विभाग ने उसका व्यवस्थापन नहीं कराया न ही उसकी सुध ली इतने वर्षों के बाद न तो किसी को दुकाने आवंटित हुई न ही मछली मंडी संचालित हो पायी ऐसे हालात में मछली विक्रेता सडक पर मछली की दुकानें लगाकर बेचते हैं जिससे भारी गंदगी फैलती है क़स्बाइयों ने कई बार मत्स्य विभाग को पत्र के माध्यम से मछली मंडी शुरू कराने की मांग की लेकिन विभाग के कान पर जूँ तक नहीं रेंगा विभाग की लापरवाही से जहाँ एक ओर सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है वहीं मछली मंडी भवन भी देखरेख के अभाव जीर्ण शीर्ण स्थिति में पहुँचता जा रहा है दुकानें संचालित होने के बजाय इसमें किसान आवारा पशुओं को बंद करके रखते हैं इसी समस्या को लेकर शनिवार को कटेरा के समाजसेवी/ पत्रकार महादेव भास्कर ने उपजिलाधिकारी मऊरानीपुर गोपेश तिवारी से मुलाक़ात कर एक पत्र देकर शीघ्र मछली मंडी संचालित कराये जाने की मांग की
जिस पर उपजिलाधिकारी मऊरानीपुर गोपेश तिवारी ने पूर्ण सहयोग एवं मछली मंडी संचालित कराये जाने का आश्वासन दिया