रिपोर्ट-महादेव भास्कर कटेरा झाँसी
कटेरा (झाँसी) जहां प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ और उनका मंत्री मंडल रात दिन कार्य करके प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को नंबर एक पर लाना चाहते है भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाहते हैं वहीं कस्वा व ग्राम स्तर पर तैनात अध्यापक मुख्यमंत्री के प्रयासों पर पानी फेरने में लगे हुए हैं आम जनता की मुख्य जरुरत मुफ्त शिक्षा है जिस पर योगी सरकार हर माह करोड़ों खर्च कर रही है लेकिन गांव देहात के प्राथमिक विद्यालयों में तैनात महिला तथा पुरुष अध्यापकों की बजह से आम जनता के बच्चों को सर्व शिक्षा का लाभ नहीं मिल पा रहा है अगर कटेरा नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों की बात करें तो शिक्षा व्यवस्था का हाल चौपट है यहाँ अध्यापक सर्व शिक्षा अभियान को पलीता लगाने में जुटे हैं हाल यह है की कोई भी अध्यापक तैनाती स्थल पर निवास नहीं कर रहे हैं सब बाहर से निजी चारपाहिया वाहन से आते हैं जब मर्जी चले आते हैं जिस कारण समय पर विद्यालय नहीं खुलते हैं मिड डे मील के नाम पर घपला ही घपला हो रहा है बच्चों की जगह अध्यापक और रसोइया खाना खा रहे कुछ विद्यालयों में बच्चे घर से टिफिन ला रहे यह प्राथमिक शिक्षा की सच्चाई है तथा स्कूलों में फर्जी छात्रांकन दिखाकर अध्यापक मिड डे मील के पैसे का बंदरबाँट कर रहे हैं जबकि अधिकांश बच्चे सरकारी स्कूलों में पंजीकृत हैं और पढ़ रहे निजी विद्यालयों में कभी सरकारी विद्यालय जाते ही नहीं हैं जिससे मिड डे मील बनबाने बाले अध्यापकों की बल्ले बल्ले है अधिकारी ऑफिस में बैठे बैठे ही निरीक्षण कर लेते हैं गुरु जी कई कई दिनों तक विद्यालय से गायब रहते हैं और बाद में आकर हस्ताक्षर कर लेते हैं यह सब चल रहा है हाल यह है की सरकार के लाख प्रयासों के बाबजूद भ्रष्ट अध्यापकों खासकर महिला अध्यापकों की बजह से धरातल पर लोगों को मुफ्त शिक्षा व्यवस्था का लाभ नहीं मिल पा रहा है कुल मिलाकर सभी अध्यापक मिलकर योगी जी की साख को बट्टा लगाने में जुटे हुए हैं और अपनी जेबें भर रहें हैं