रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)।नवरात्रि के छठवां दिन माँ के सूक्ष्म जगत अदुश्य,अव्यक्त है उन सबकी सता माँ कात्यायनी चलाती है। वह जन अपने इस रुप में उन सद्ध की सूचक है, जो अद्रश्य या समझ के परे है। माँ कात्यायनी दिव्यता के अति गुप्त रहस्यों की प्रतीक हैं।स्वरूप माँ कात्यायनी देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मां कात्यायनी देवी के स्वरूप के दर्शन के लिए मां के दरबार को भव्य तरीके से सजाया गया।नगर में मंदिरों एवं पांडालो में घंटी व शंख की गूंज से नगर के तालाब माता मन्दिर,धनाई,गुराई बाजार,मैन बाजार,परकोटा, गरौठा रोड,नई बस्ती,मातवाना सहित आसपास के क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण बना हुआ है।शाम होते ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ लग रही है। इन दिनों नगर के मुहल्ला पटकाना मे विराजमान माँ काली की भव्य प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।नवरात्र के छठवां दिवस मां के कात्यायनी स्वरूप की उपासना की गई।नगर के मुहल्ला पटकाना मे जय माँ काली समिति द्वारा विराजमान माँ काली की भव्य प्रतिमा का विधिवत पूजन अर्चन पं अभिनव शास्त्री द्वारा किया गया।नगर एवं क्षेत्र में माता के जयकारों की गूंज लगातार बढ़ रही है। मंदिरों के अलावा घरों में भी रोजाना माता का गुणगान किया जा रहा है।क्षेत्र इस समय पूरी तरह मां काली की भक्ति में डूबा हुआ है।मंदिरों में लगातार पूजा-पाठ किए जा रहे हैं।देवी माता की विशेष पूजा अर्चना की गई। माता का विशेष श्रृंगार एवं मेवा मिष्ठान का भोग लगाकर आरती की गई।नगर में शाम होते ही मां काली के जसगीतों से पूरा नगर का वातावरण भक्तिमय बन जाता है। सुबह-शाम आरती के समय भक्तों की भारी भीड़ हो रही है।कमेटी के पदाधिकारी दिन-रात व्यवस्थाओं में लगे हुए हैं।वहीं लोगों की भक्ति में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है।कमेटी के पदाधिकारिओ ने बताया सप्तमी के दिन माँ को 108 भोग अर्पण किया जाएगा।सप्तमी के दिन महाआरती का भी आयोजन किया जाएगा।भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की गई है। ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां काली के दरबार पहुंचकर जो भी मन्नत मांगते है वह अवश्य पूर्ण होती है। दोपहर में महिलाओं द्वारा भजन कीर्तन भी किया जाता हैं। इस अवसर पर नगर के अलावा क्षेत्रवासी आस्था व श्रद्धा के साथ आदि शक्ति मां भवानी की पूजा अर्चना करने पहुंच रहे हैं।वही गुराई बाजार मां के दरबार में धर्मेंद्र सोनी उर्फ बल्ले,सोनम सोनी, दारा सिंह,नितिन खरे,दीपू अग्रवाल,नकुल कुशवाहा,मीनू सोनी,विशाल अग्रवाल,छुट्टन पांचाल,अक्की अग्रवाल,माया देवी,जूली यादव,खुशी,सुमन, निधि खरे,भोले यादव,भूरे कुशवाहा,अंशु कुमार,शिवा कुशवाहा,सूर्या आदि का प्रतिदिन बदल बदल कर धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण योगदान देखा जा रहा है। इस मौके पर नीरज यादव,गगन यादव,सार्थक नायक,सागर मिश्रा,मनोज अग्रवाल,पंकज आर्य,अनुज झा,सुरेंद्र अग्रवाल,हरिओम पांचाल,अमन यादव,राजेश व्यास,पुस्सु नामदेव,उदित झा,मंजीश नामदेव,मनीष सेन,सोनू नामदेव,सजल अग्रवाल,ऋषि नामदेव,राकेश कुमार,प्रिंस झा,मनीष नामदेव,छोटू सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे।