सफाई के दावे तोड़ रहे दम…नाले में फैली गंदगी से लोग होने लगे बीमार
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसराय(झाँसी)।एक ओर जहाँ योगी सरकार स्वच्छता को लेकर तमाम प्रयास कर रही है और स्वच्छता को लेकर लाखों रुपए खर्च कर रही है पर उसके उलट गुरसरांय नगर पालिका साफ सफाई व्यवस्था से कोसों दूर है।शासन प्रशासन के लाख दावों के बीच गुरसरांय में सफाई व्यवस्था कि स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है।लोगों का आरोप है कि एक सामान्य सी बरसात पर भी नाले का पानी सड़क पर और लोगों के मकानों में चला जाता हैं।अभी पिछले दिनों हुई बारिश में जरा सी बारिश में बाढ़ जैसे हालत हो गए थे।एडीएम ने भी नगर का निरीक्षण कर साफ सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिए थे फिर भी पालिका प्रशासन ने अभी तक इस ओर अमल नही किया है।इस समय डेंगू ने अपने पैर पसार लिए है। एक छात्रा की मौत भी हो चुकी है और कई लोग बीमार है। फिर भी पालिका प्रशासन का लचर रवैया लोगों के लिए घातक सिद्ध हो सकता हैं। योगी सरकार के सख्त आदेशों के बाद भी नगर में एंटीजन लार्वा एवं फॉगिंग का कार्य नही हो रहा है। इसका मुख्य कारण पालिका की लापरवाही है।लोगों ने बताया कि गुरुवार को एक गाय इसी नाले में गिर गयी थी जिसे लोगों के सहयोग से निकाल लिया गया था। शाम को फिर से गाय नाले में गिर गई। नाले की गंदगी से बीमारी फैलाने वाले मच्छर पैदा हो रहे हैं।जिससे लोग भी बीमारी की चपेट में रहे हैं।डेगुं,मलेरिया की बीमारी इस गंदगी के कारण ही बढ़ी है। अधिकांश नाले कचरे की सफाई नहीं होने के कारण बंद हो गए हैं और उनमें उपस्थित गंदगी से मोहल्लावासियों का सांस लेना दूभर हो रहा है। नालों की सफाई करने के नाम पर मात्र रस्म अदायी की जाती हैं। जिससे नाले गंदगी और कीचड़ से पटे हुए हैं।गंदगी से संक्रामक रोग फैलने की आशंका है। इसके बाद भी चोक नाला और नालियों की सफाई नहीं की जा रही है। कोई भी नाली ऐसी नहीं दिखी जो गंदगी से पटी न हो। नालों की सफाई कराए जाने के लिए नगर पालिका लाखों रुपये खर्च करता है।अभियान चलाया जाता है,नालों की सफाई करते हुए फोटो भी खिंचवाए जाते हैं। इसके बावजूद नाले गंदगी से ही पटे ही पड़े हैं। दुर्गन्ध से आसपास के लोगों को रहना मुश्किल है।