श्री गणेश महोत्सव में गुरसरांय नगरी बनी धर्म और आस्था का केन्द्र
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय(झाँसी)।गणेश महोत्सव इस समय पूरे गुरसरांय नगर में भारी उत्साह और कहीं भजन संध्या तो कहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम और गणपति बप्पा की पूरी नगरी इस समय लग रहा है पूरा कस्बा धर्ममय भक्ति व श्रद्धा की चुनरी से ढका हुआ है गुरसरांय के प्राचीन ऐतिहासिक अपने जमाने से लेकर सदियों गुजर जाने के बाद भी आम और खास लोगों के लिए श्रद्धा और आस्था का केंद्र बना हुआ है किले के इस प्राचीन मंदिर का सदियों से देवेन्द्र उर्फ दिब्बन यादव पूर्व पार्षद और इसके पहले उनके दादा परदादा इस मन्दिर की देखभाल करते आ रहे हैं और सदियों से गणेश महोत्सव पर इस मंदिर पर झांकी सजती चली आ रही है और पूरे गणेश चतुर्थी महापर्व पर प्रतिदिन आरती भजन कीर्तन आदि सांस्कृतिक कार्यक्रम होते आ रहे हैं 25 सितंबर सोमवार को मोहल्ला धनाई के इस प्राचीन मंदिर पर बड़ी संख्या में महिलाओं ने श्री गणेश महिमा के बुंदेली भाषा में संगीत बाधो के बीच भजन संकीर्तन प्रस्तुत किये और भारी जनसैलाव इस धार्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ भजन कार्यक्रम में सत्यवती,मालती देवी,रामकुंअर देवी,शारदा,मंजू,गुड़िया,पुष्पा,रीता,विद्या आदि ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति पेश की और वहीं दूसरी ओर मोहल्ला गुराई में राष्ट्रभक्त संगठन के प्रमुख धर्मेंद्र सोनी उर्फ बल्ले के यहां गणेश भगवान की भव्य झांकी सजाई गई जिसकी बड़ी संख्या में लोगों ने जाकर आरती की और विधि विधान से पूजा अर्चना की।वही बुंदेलखंड युवा समाज सेवा मंडल के तत्वाधान में नगर के बाजार मोहल्ला में विराजमान गणपति बप्पा की भव्य प्रतिमा की झांकी के दर्शन के लिए विशाल जन सैलाब उमड़ पढ़ा इस प्रकार पूरे कस्बे में इस समय महिला,पुरूष,बच्चे,बूढ़े,जवान सहित आमजन धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेकर पूरे नगर का वातावरण धर्मनगरी के रूप में एक अच्छे ऐतिहासिक संदेश का माहौल का प्रतीक बना हुआ है।