रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)।नगर के टीचर्स कॉलोनी में शिव सत्संग समिति के तत्वावधान में चल रही श्री राम कथा में उत्तरकांड के माध्यम से राम गीता प्रसंग की चर्चा की गई।
कथा व्यास मानस भूषण पंडित कृष्ण कुमार तिवारी ने कहा कि भगवान ने उपदेश देते हुए कहा कि भक्ति एवं ज्ञान मार्ग दोनों के द्वारा भगवान को प्राप्त किया जा सकता है ,जिसमें भक्ति मार्ग सबसे सरल मार्ग है ।ज्ञान मार्ग ज्ञानियों के लिए है ।उन्होंने सर्वोत्तम ईश्वर को प्राप्त करने के लिए भक्ति मार्ग को बताया ।
कथा की आरती ठाकुरदास तिवारी ने की । इस मौके पर पीतांबरा शरण शास्त्री, शिवकुमार तिवारी, हनुमान सिंह ,राधेश्याम यादव ,अच्छे लाल यादव ,छुन्ना कोठारी ,जय राम वर्मा ,लक्ष्मी नारायण घोष ,श्रीकांत पिपरसानियां, भगवान दास सैनी, सुरेश आमली ,बलराम द्विवेदी ,जगदीश द्विवेदी ,उमाशंकर शिवहरे, बृजेश श्रीवास्तव ,बृजेंद्र खरे, मिथुन तिवारी ,ओम प्रकाश शर्मा ,रामबाबू शर्मा ,चंद्रभान यादव ,जनक सिंह यादव ,रघुवीर सिंह यादव, हरिहर सिंह, श्रीकांत त्रिपाठी ,रामकुमार व्यास, रघुनंदन चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे। वही बाजार के बालाजी मंदिर में चल रही पांच दिवसीय श्री राम कथा में हठीले भक्ति की कथा का वर्णन किया गया ।कथा सुनाते हुए कथावाचक श्रीकांत पिपरसानियां ने केवट संवाद का अद्भुत वर्णन किया ।उन्होंने कहा भगवान ने केवट को गले लगाकर समदर्शता का पाठ पढ़ाया।उन्होंने केवट को सम्मान देकर ऊंच नीच का भेद मिटाया। कथा की आरती मंदिर के महंत चंद्रशेखर व्यास ने की।
इस मौके पर नारायण दास कुचवार ,अशोक मोदी ,मोहनलाल अग्रवाल, हनी नामदेव ,संतोष गुप्ता ,जयप्रकाश नामदेव , संदीप अग्रवाल, गंगा परिहार, महावीर पटेल ,जीरो मिस्त्री आदि उपस्थित रहे।