जिलाधिकारी ने आज विकास खण्ड बडोखर खुर्द के प्राथमिक विद्यालय छोटा पुरवा, प्राथमिक विद्यालय बोधी पुरवा तथा प्राथमिक विद्यालय चिलेहटा का किया औचक निरीक्षण
जिलाधिकारी श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल ने आज विकास खण्ड बडोखर खुर्द के प्राथमिक विद्यालय छोटा पुरवा, प्राथमिक विद्यालय बोधी पुरवा तथा प्राथमिक विद्यालय चिलेहटा का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय छोटा पुरवा में शिक्षकों एवं छात्र/छात्राओं की विद्यालय में उपस्थिति, शिक्षा की गुणवत्ता, पेयजल एवं मिड-डे-मील वितरण व्यवस्था एवं अन्य कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शिक्षा की गुणवत्ता की जांच हेतु बच्चों को हिन्दी की पुस्तक पढवाकर तथा गणित के पहाडा एवं सवाल पूंछा, जिस पर बच्चों द्वारा सही से पुस्तक का पाठन किया। उन्होंने विद्यालय में नया फर्नीचर एवं कक्षों में टायल्स लगा पाया गया। जिलाधिकारी ने विद्यालय में विद्युत की फिटिंग कराकर पंखों को लगाये जाने के निर्देश दिये तथा विद्यालय परिसर में किये गये बोर को ठीक कराये जाने के सम्बन्ध में प्रधान एवं सचिव के द्वारा ठीक करायेे जाने एवं विद्यालय की साफ-सफाई नियमित रूप से कराये जाने हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देेश दिये। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में तीन अध्यापक उपस्थित पाये गये तथा एक शिक्षक अवकाश पर मिले। उन्होंने अध्यापकों को निर्देश दिये कि सभी पंजीकृत बच्चों को उनके अभिभावकों के माध्यम से स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाए।
प्र्राथमिक विद्यालय बोधीपुरवा के निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने उपस्थित अध्यापकों को निर्देश दिये कि सभी बच्चों को डेªस के साथ शत्-प्रतिशत रूप से उपस्थिति को सुनिश्चित करने हेतु कार्यवाही करें। उन्होंने विद्यालय में पेयजल व्यवस्था, शौचालय, रसोंई एवं मिड-डेे-मील एवं शिक्षा की गुणवत्ता का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिये कि जो बच्चे नियमित रूप से स्कूल में उपस्थित हो रहे हैं, उसी प्रकार अन्य बच्चों की भी शत्-प्रतिशत रूप से उपस्थिति करायें जाने हेतु एक सप्ताह के अंदर इस कार्य को पूर्ण करें और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करते हुए विद्यालय को दिसम्बर तक निपुण भारत के अन्तर्गत निपुण विद्यालय बनायें। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देेश दिये कि मिड-डे-मील हेतु तत्काल गैस एवं चूल्हे की व्यवस्था की जाए।
इसके उपरान्त उन्होंने प्राथमिक विद्यालय चिलेहटा का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में गन्दगी एवं कूडे के ढेर मिलने पर तत्काल सफाई करायेे जाने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्यालय के कक्षों में रोशनी कम पाये जाने पर शीघ्र विद्यालय के कक्षों में ट्यूब लाइट लगाये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता को चेक करने हेतु कक्षा-4 व 5 के बच्चों को हिन्दी एवं अंग्रेजी की पुस्तक को अपने समक्ष पढवाया, जिस पर बच्चों द्वारा अंग्रेजी की पुस्तक बेहतर तरीके से पढने बच्चों को साबासी दी। उन्होंने कक्षा-1 व 2 के बच्चों को हिन्दी भाषा के ज्ञान हेतु दो शब्दों के अक्षरों के जोड को तथा हिन्दी की किताब पढवाने के बाद उपस्थित अध्यापिका को निर्देश दिये कि कमजोर बच्चों को चिन्हित कर आगे की सीटों में बिढाकर उन पर विशेष ध्यान दें, जिससे कि वह भी अन्य बच्चों की भांति होशियार बन सकेें। उन्होंने विद्यालय में नाली की सफाई एवं गड्ढे को भी समतल कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने मौके पर उपस्थित ग्रामीण से कहा कि वह अपने बच्चों को प्रत्येक दशा में नियमित रूप से विद्यालय पढने हेतु भेंजे, विद्यालय में उन्हें निःशुल्क शिक्षा, पुस्तकें एवं मिड-डे-मील का वितरण भी किया जाता है, इसलिए अपने बच्चों केे बेहतर भविष्य एवं शिक्षा के लिए विद्यालय जरूर से जरूर भेंजे। निरीक्षण के दौरान जिला बेसिक शिक्षाधिकारी एवं सम्बन्धित विद्यालयों के अध्यापक/अध्यापिकायें उपस्थित रहे।
✍️ जिला बांदा से ब्यूरो संतोष त्रिपाठी की रिपोर्ट बुंदेलखंड बुलेटिन
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