राठ- शुक्रवार को स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार समिति ने साल 2023 के लिए पुरस्कार की घोषणा कर दी है। यह पुरस्कार शिक्षा और गो-सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले भारतीय या गैर-भारतीय को स्वामी ब्रह्मानंद जी के निर्वाण दिवस तेरह सितम्बर को हर वर्ष ब्रह्मानंद महाविद्यालय के अखण्ड मंदिर हाॅल में प्रदान किया जाता है। इस वर्ष का पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में दिया जा रहा है, जिसके लिए सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव का चुनाव कर लिया गया है।
पुरस्कार समिति के निवर्तमान अध्यक्ष मनोहर सिंह ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए बताया,कि सुल्तानपुर निवासी ऋषभ शर्मा के प्रस्ताव पर उत्तर प्रदेश पुलिस में उप-निरीक्षक पद पर तैनात रणजीत यादव को इस बार यह पुरस्कार दिया जाएगा। उनके द्वारा बीते कई वर्षों से अपने विभागीय दायित्व के पश्चात नियमित तौर पर अयोध्या के मन्दिरों, घाटों एवं नगर में भिक्षावृत्ति में संलिप्त तथा मलिन बस्तियों के असहाय नाबालिकों को प्राथमिक शिक्षा मुहैया कराई जा रही है। वह इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने और उनके समग्र विकास के अनुरूप समावेशी ज्ञान उपलब्ध करा रहे हैं। इस वजह से इनको खाकी वाले गुरु जी के नाम से भी जाना जाता है।
इस प्रकार, उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे अद्वितीय, अनुकरणीय और अप्रतिम कार्यों को देखते हुए समिति ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर सहमति जताई है।
लिहाजा, इस वर्ष 2023 का स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार इंस्पेक्टर रणजीत यादव को प्रदान किया जायेगा।
आपको बता दें,कि इंस्पेक्टर रणजीत यादव से पूर्व शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शिक्षाविद् डॉ अरुण प्रकाश,सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार और संत हरबंश सिंह ‘निर्मल’ को भी स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार से अलंकृत किया जा चुका है।
सब इंस्पेक्टर रणजीत यादव को स्वामी ब्रह्मानंद जी के निर्वाण दिवस के मौके पर यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार स्वरूप उन्हें सनद समेत दस हजार रुपये नकद, स्वामी ब्रह्मानंद जी की कांस्य प्रतिमा,कांस्य पदक और अंग-वस्त्र प्रदान किया जायेगा।