ललितपुर। जनपद में प्राचीन काल के राजा महाराजाओं की कई ऐसी विरासतें आज मौजूद हैं जिनसे जनपद का नाम देश ही नहीं अपितु विदेशों और विश्व मानचित्र पर आज मौजूद है। जनपद की ऐसी ही एक विरासत तालबेहट कस्बे में मौजूद है जिसे महाराजा मर्दन के किले के रूप में जाता जाता है जिन्होंने आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इसी जिले में एक प्राचीन हनुमान मंदिर भी है जिसमें आराध्य देव हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है। लेकिन इस किले में स्थापित प्रतिष्ठित हनुमान जी महाराज की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने का काम कस्बे के ही धर्म विशेष के अभियुक्तों ने किया। यह मामला जब वहां जाने वाले कस्बे के लोगों के संज्ञान में आया तब हनुमान जी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने के परिपेक्ष में शिकायती पत्र देकर मामला भी पंजीकृत कराया गया था और हिंदू समाज के कई संगठनों ने ज्ञापन देकर मामले के खुलासे की मांग उठाई थी। जिसके बाद कोतवाली तालबेहट पुलिस में जांच पड़ताल के दौरान कस्बे के ही दो धर्म विशेष के साथ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया और अभियुक्तों को जेल भेज दिया है। इसके साथ ही एक फरार अभियुक्त की भी जल्द गिरफ्तारी का दावा किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार 4 अगस्त को कोतवाली तालबेहट क्षेत्र के अंतर्गत स्थानीय कस्बे में बने हुए महाराजा मर्दन सिंह के किले में स्थापित हनुमान जी के मंदिर की मूर्ति को कुछ अराजक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया था । यह मामला जैसे ही लोगों के संज्ञान में आया वैसे ही कोतवाली तालबेहट पुलिस को तहरीर दी गई। बताया गया है कि गत 5 जुलाई को स्थानीय कस्बा निवासी राहुल अगरिया पुत्र विनोद आगरिया ने तालबेहट पुलिस को शिकायती पत्र देकर किले में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ की घटना को संज्ञान में लाया गया था। जिसके परिपेक्ष में कोतवाली तालबेहट पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 295 में मामला पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ कर दी थी। इस विवेचना के दौरान कोतवाली तालबेहट पुलिस ने काफी प्रयास किया और इस मामले का खुलासा करने में भी कामयाबी हासिल की। बताया गया है कि जब कोतवाली तालबेहट पुलिस अपराध और अपराधियों के खिलाफ लगाम लगाने के उद्देश्य इलाके में चेकिंग व गस्त अभियान पर मशरूफ थी। तभी उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि किले में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने वाले दो अभियुक्त कस्बे में ही घूम रहे हैं। पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर दोनों ही अभिक्तों को कस्बे से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने अपना नाम 22 वर्षीय आसिफ खान पुत्र अब्दुल रहीम निवासी मोहल्ला चौबियाना और 27 वर्षीय आमिर खान पुत्र नबी उल्लाह खान निवासी मोहल्ला सफरयाना बताया। उन्होंने यह भी बताया कि जब वह किले पर घूमने के लिए गए हुए थे तब वहां कोई नहीं था, जहां उन्होंने हनुमान जी की मूर्ति को पत्थर से खरोच कर उनका चोला क्षतिग्रस्त कर दिया था। यह भी जानकारी प्राप्त हुई थी उन दोनों ही अभियुक्तों के साथ एक अन्य अभियुक्त नासिर पुत्र बड्डन मंसूरी निवासी बड़ा बाजार भी शामिल था जो अभी फरार चल रहा है। पुलिस ने उसकी जल्द गिरफ्तारी का भी दावा किया है। यह भी बताया गया है कि अभियुक्तों पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज थे जिन पर जानलेवा हमला करने और आर्म्स एक्ट गैंगस्टर एक जैसी भी कार्यवाही हो चुकी है। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ,उपनिरीक्षक बाली सिंह ,उपनिरीक्षक प्रशांत राणा ,कांस्टेबल महिपाल सिंह ,शुभम तिवारी ,आदर्श द्विवेदी ,मनीष कुमार, और पुष्पेंद्र भदौरिया शामिल रहे।