कोंच। विकास की गंगा बहाने के लाख दावे कर ले सरकार लेकिन धरातल पर वास्तविक तस्वीर काफी बदरंग है। अभी भी दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां आवागमन दुरूह है क्योंकि संपर्क मार्गों की हालत इस कदर बिगड़ी हुई है कि यही पता नहीं चल पाता है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। यही हाल है घमूरी वरोदा कलां मार्ग का जो वोहरा होकर निकलता है। गांव के रामकिशोर, जियालाल, सोबरन, महेश आदि ने बताया कि घमूरी से वरोदा कलां तक की दूरी वाया वोहरा चार किमी है जिसमें बेहिसाब गड्ढे हैं। गड्ढों के कारण न तो वाहन ही चल पाते हैं और न ही पैदल। बारिश में तो हालत और भी खराब हो जाती है, गड्ढों में पानी और कीचड़ के कारण वाहन गिरते पड़ते चलते हैं जिससे ग्रामीण चुटहिल होते हैं। कुछ समय पूर्व इस संपर्क मार्ग की टीपटाप हुई थी जो बारिश में उखड़ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ सरकार गड्ढा मुक्त सड़कों की बात करती है लेकिन दूसरी तरफ गांवों का जीवन अभी भी नारकीय बना हुआ है। व्यापक जनहित में इस मार्ग का निर्माण कराया जाए।
घमूरी वरोदा कलां मार्ग में गड्ढे ही गड्ढे, कैसे चलें लोग
