कोरियर कम्पनी के नाम पर ठगी करने वाला अन्तर्राजीय शातिर ठग चढ़ा पुलिस के हत्थे
ललितपुर। रजिस्टर्ड कोरियर कंपनी के नाम से उसी से मिलती जुलती एक फर्जी कोरियर कंपनी बनाकर एक अन्तर्राजीय शातिर बदमाश कारोबारियों के सामान को इधर से उधर भेजने का काम कर रहा था। इसी कोरियर कंपनी की आड़ में वह लोगों का माल बुक करता था और रास्ते में उनसे तयशुदा राशि से अधिक राशि मांगता था और ऑनलाइन पेमेंट करवा कर ले भी लेता था। इसके अलावा जो लोग उसे ज्यादा पैसे नहीं देता था उसका माल बीच रास्ते से ही गायब करवा दिया जाता था । ऐसे ही एक मामले में जब जनपद निवासी का माल रास्ते से गायब हो गया, तो उसने उस कोरियर कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कराया । जिसके बाद पुलिस ने जब वक्त कोरियर कंपनी के बारे में जानकारी की थी, तब वह फर्जी निकली । जिसके बाद पुलिस की तीन टीमों ने इस पर काम करते हुए सर्विलेंस टीम की मदद से अभियुक्त को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की । अभियुक्त के कब्जे से करीब 70,000 मूल्य का सामान भी बरामद किया गया है । क्षेत्राधिकारी सदर ने मामले का खुलासा करते हुए अभियुक्त को जेल भेज दिया है। यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि इसी कंपनी की धोखाधड़ी का शिकार हुए एक फौजी ने भी आत्महत्या कर अपनी जान गवा थी।
मिली जानकारी के अनुसार सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत मुहल्ला वसुंधरा कॉलोनी निवासी मुलायम सिंह ने शनिवार को सदर कोतवाली पुलिस को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि उसके भाई ने ऑनलाइन प्रोडक्ट बेचने वाली वीआरएल लॉजिस्टिक नामक कंपनी से अपने इस्तेमाल में आने वाला कुछ सामान ऑनलाइन ऑडर देंकर मंगाया था। ऑनलाइन ऑर्डर देने के साथ ही प्रोडक्ट की कीमत 4000 रुपये भी ऑनलाइन पेमेंट से भेज दिए थे। पैसा भेजने के बाद उन्होंने काफी दिन इंतजार किया, लेकिन कंपनी द्वारा उनके प्रोडक्ट का पैसा लेने के बाद भी उन्हें प्रोडक्ट नहीं भेजा, बल्कि ज्यादा पैसे मांगे गए । सदर कोतवाली पुलिस ने शिकायती पत्र के आधार पर नामजद कोरियर कंपनी के खिलाफ 419 420 467 468 471 तथा 66 डी आईटी एक्ट में मामला पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ कर दी थी। सदर कोतवाली पुलिस के साथ-साथ क्राइम ब्रांच और साइबर सेल इस काम में लगी हुई थी और कोरियर कंपनी के प्राप्त मोबाइल नंबर के आधार पर उस को चिन्हित करने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान कोतवाली पुलिस और साइबर सेल ने मुखबर की सूचना के आधार पर अन्तर्राजीय अभियुक्त कोरियर कंपनी के संचालक को शहर के बाहर से गिरफ्तार कर लिया, जब वह अपनी कम्पनी के सामान का जायजा लेने जनपद आया हुआ था। पुलिस ने मौके से एक अदर स्प्लिट एसी एक एलजी की एलइडी टीवी और अन्य घरेलू सामान भी बरामद किया जिसका बाजार मूल्य 70,000 रुपये आंका गया और उक्त सामान एक व्यवसाई द्वारा अपने ग्राहक को कोरियर के माध्यम से पहुंचाने के लिए दिया गया था। पुलिस की पूछताछ में अन्तर्राजीय अभियुक्त ने अपना नाम 21 बर्षीय विनय शुक्ला पुत्र विनोद कुमार शुक्ला निवासी ग्राम छछैनी थाना खखरेरू जनपद फतेहपुर बताया, उसने यह भी बताया कि वह इस समय हरियाणा की भिवानी जनपद में रहकर कोरियर चला रहा था। अभियुक्त ने यह भी जानकारी दी कि वह कुरियर कंपनी की आड़ में लोगों को ठगने का काम कर रहा था लोगों के सामान को वह अपने कोरियर कंपनी में बुक कर लेता था पर रास्ते में पहुंचने पर बुक करने वाले से तयशुदा राशि से अधिक राशि मानता था और जो नहीं देता था उनके प्रोडक्ट उनके घर तक न पहुंच कर बाजार में बेच दिए जाते थे। शातिर बदमाश को गिरफ्तार करने में निरीक्षक प्रभारी साइबर सेल निरीक्षक गया प्रसाद वर्मा , उपनिरीक्षक प्रेमचंद , हेड कांस्टेबल नूर मोहम्मद ,अजीत सिंह,मनमोहन सिंह, रविंद्र प्रताप ,कांस्टेबल पवन यादव ,सुशील कुमार ,संदीप कुमार शामिल रहे।
इनका कहना है
इस मामले का खुलासा करते हुए क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय ने बताया कि उक्त अन्तर्राजीय
शातिर अभियुक्त के कोरियर कंपनी की आड़ में लोगों से उनका सामान पहुंचाने की एवज में तयशुदा राशि से अधिक राशि मांग कर ठगी का काम कर रहा था । इतना ही नहीं जो अभियुक्त उसे पैसा नहीं देता था तो वह उसका सामान गायब कर बाजार में बेच देता था, उसके घर तक पहुंचता ही नहीं था । इसके खिलाफ पहले भी कई मामले पंजीकृत हो चुके हैं। अभियुक्त पर एक मामला उस समय पंजीकृत हुआ था जब यह नाबालिक था। इसके बाद वह बाल सुधार केंद्र से अपने घर आया और कुछ दिनों बाद उसने अपनी अन्य साथियों की मदद से एक मशहूर कोरियर कंपनी के नाम पर फर्जी कंपनी बनाई और उसकी आड़ में ठगी का काम चल रहा था। अभियुक्त की ठगी का शिकार हुए एक फौजी ने आत्महत्या कर अपनी जान भी गवा दी थी।
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