ऊंची पगार लेने के बाद भी जनता और सरकार के साथ डॉक्टर कर रहे धोखाधड़ी
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)।स्वास्थ्य केंद्र गुरसरांय में तैनात डॉक्टर देवेन्द्र वरैया की स्थाई नियुक्ति होने के बाद और सरकार द्वारा ऊंची पगार आदि आवास की सुविधाएं मिलने के बावजूद वह शासन की मंशा अनुरूप काम ना करके मरीजों के साथ लूट खसोट का गोरखधंधा कर उन्हें लूट रहे हैं और बाकायदा प्राइवेट दवाओं की दुकानों से प्राइवेट पैथोलॉजी लैबों पर पर्चा लिखकर दबाएं और खून आदि स्वास्थ्य परीक्षण लैबों से कराकर मोटा कमीशन प्राइवेट दुकानदारों और पैथोलॉजी से बांधे हुए हैं जबकि वही दवाएं अस्पताल में उपलब्ध होती हैं और पैथोलॉजी लैब की भी पूरी नि:शुल्क व्यवस्था है इस संबंध में पिछले माह इनकी शिकायत प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गुरसरांय से की गई थी और अखबारों से लेकर वीडियो तक वायरल हुआ था और मामला पूरे के पूरा सीएमओ झांसी के संज्ञान में आने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने से उक्त डॉक्टर द्वारा मरीजों के साथ आज भी वही व्यवहार किया जा रहा है यहां तक की जब कोई जागरूक मरीज उनके पास इलाज के लिए अस्पताल जाता है तो उसका परीक्षण किए बिना,इलाज किए बिना उसे सीधे-सीधे झांसी इलाज कराने की कह कर टरका दिया जाता है और उसे भयभीत किया जाता है कि तुम्हारी हालत बहुत नाजुक है इधर इलाज संभव नहीं है तुरंत झांसी जाओ और उनके गुर्गे प्राइवेट दवा विक्रेता और पैथोलॉजी वाले इनके गुर्गे हमेशा उनके आसपास मड़राते रहते हैं कस्बे के जागरूक लोगों ने जिला प्रशासन और शासन से इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।
संविदा डॉक्टर समय से बेहतर काम पर
गुरसरांय सरकारी अस्पताल में जो भी संविदा डॉक्टर तैनात हैं वह जिला मुख्यालय से अपने निर्धारित समय के पहले ड्यूटी पर आ जाते हैं और बाद में जाते हैं जबकि स्थाई डॉक्टर से इनकी आदि वेतन है और सुविधाएं कोई भी नहीं है लगभग एक दशक से डॉक्टर अमित बरसैया और डॉक्टर सिद्धार्थ रावत सहित कई स्टाफ संविदा का बेहतरीन ड्यूटी करते देखा जाता है जबकि स्थाई डॉक्टर ऊंची पगार के बाद जनता का शोषण कर रहे हैं और सरकार की छवि को बट्टा लगा रहे हैं।
Wow, incredible blog format! How lengthy have you ever been blogging for?
you make blogging glance easy. The total look of your web site is excellent, as smartly as the content material!
You can see similar here e-commerce