फुटबॉल बने बेटी के पिता को अभी भी कार्यवाही का इंतजार, पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल
रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)।पुत्री की मौत को लेकर 20 दिन से अधिकारियों की चौखट पर गुहार लगा रहे व्यक्ति को आखिरकार जिलाधिकारी झांसी रविंद्र कुमार के आदेश पर प्रशासन ने रामनगर रोड स्थित मृतक महिला के शव को कब्रिस्तान से निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर भेजा है। इसके पहले डॉक्टरों ने कड़ी मशक्कत के बाद शव का लगभग 3 घंटे कब्रिस्तान गुरसरांय में ही परीक्षण किया जिसमें डॉक्टरों की एक टीम थी लेकिन जब यहां किसी नतीजे पर ना पहुंचने पर पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर भेज दिया गया है।
बताते चलें कि 19 जुलाई 23 को झांसी में इलाज के दौरान 30 वर्षीय सफीना बानो की मौत हो गई थी पिता अनीस मोहम्मद जिलाधिकारी झांसी को प्रार्थना पत्र देकर बेटी के लिए न्याय मांगा था गौरतलब है कि मोहल्ला पायगा निवासी अनीश मोहम्मद पुत्र शकूर मोहम्मद ने अपनी बेटी सफीना बानो की शादी लगभग 8 वर्ष पूर्व नगर के ही शहीदगंज निवासी आशु खान के साथ कि थी करीव 20 दिन पूर्व सफीना बानो की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई ससुराली जानो ने शव को दफना दिया जिस पर पिता अनीश मोहम्मद ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए न्याय की मांग की जिलाधिकारी के आदेश पर स्थानीय प्रशासन एवं चिकित्सकों की टीम की मौजूदगी में शव को कब्र से बाहर निकाला गया इस दौरान उपजिलाधिकारी गरौठा,श्वेता साहू,क्षेत्राधिकारी गरौठा अरुण कुमार चौरसिया, थानाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।
आखिर कार्यवाही में इतना विलंब क्यों….?
मृतका बेटी सफीना बानो के पिता लगातार 19 जुलाई से ही लगातार गुरसरांय थाने से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों और मुख्यमंत्री पोर्टल पर अपनी बेटी की मौत के सिलसिले में पोस्टमार्टम से लेकर अन्य कानूनी कार्रवाई मांग करता रहा और उसे लगातार फुटबॉल की तरह पुलिस प्रशासन नचाता रहा यहां तक की मुख्यमंत्री पोर्टल पर मृतका के पिता ने जो शिकायत दर्ज कराई थी उसमें गुरसरांय पुलिस द्वारा इस पूरे मामले को रफा-दफा यह रिपोर्ट लगाकर कर दिया था की उक्त लड़की व लड़के पक्ष में आपसी राजीनामा हो गया है जबकि लड़की के पिता के राजीनामा मैं कहीं भी हस्ताक्षर नहीं है और ना ही कोई टेप रिकॉर्ड है इस संबंध में लड़की के पिता को जब मुख्यमंत्री पोर्टल से जानकारी हुई तो उसने आपत्ति दर्ज कराकर बताया था कि गुरसरांय पुलिस ने यह निस्तारण की रिपोर्ट झूठी लगाई है और मुख्यमंत्री पोर्टल पर यह प्रकरण 3 बार पहुंचा बावजूद इसके गुरसरांय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की उधर लड़की के पिता और परिवारजन लगातार पुलिस के आला अधिकारियों को आपबीती फरियाद सुनाकर कार्रवाई की मांग करते रहे और अंत में पुलिस के आला अधिकारियों और जिलाधिकारी झांसी के आदेश के बाद इस पर पोस्टमार्टम के कब्र खोदकर आदेश हुए और 8 अगस्त को कब्र से शव को निकालकर पोस्टमार्टम आदि विधिक कार्रवाई चालू हुई जो समाचार लिखे जाने समय तक जारी थी।