रिपोर्ट-शौकीन खान/कौशल किशोर गुरसरांय
गुरसरांय (झांसी)। विकास कार्यों में केंद्र और राज्य सरकार की महत्वपूर्ण मनरेगा योजना मैं पक्के मटेरियल का सालों से भुगतान ना होने से डीलरों ने जहां ग्राम पंचायतों को मटेरियल सप्लाई करना बंद कर दी है जिससे कच्चे और पक्के कार्यों में भुगतान का अनुपात सही ना होने के चलते जल संचय आदि पक्के निर्माण चाहे वह मनरेगा के द्वारा सड़क निर्माण हो तालाबों के घाटों का निर्माण हो सब पर ब्रेक लग गया है और ग्राम पंचायतों में मजदूरों से लेकर डीलरों आदि आदि लोगों को भुगतान समय से ना होने से विकास का पहिया थम सा गया है बताते चलें मनरेगा के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में होने वाले निर्माण कार्य में मैटेरियल सप्लाई करने वाले डीलरों का भुगतान समय से न होने पर डीलरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। एक ओर जहां डीलर लाखों रुपए की ग्राम पंचायतों में मटेरियल की सप्लाई कर चुका है वहीं दूसरी ओर उसके ऊपर भारी भरकम कर्ज का बोझ सिर पर लदा हुआ है। जिसके कारण वह आर्थिक संकट से जूझ रहा है।झांसी जनपद के विकासखण्ड गुरसरांय में करीब एक दर्जन से अधिक डीलर ग्राम पंचायतों में मैटेरियल सप्लाई का काम कर रहे हैं हाल ही में वित्तीय वर्ष 2022- 23 का भुगतान जनपद के अन्य विकासखण्डों में डीलरों को प्राप्त हो गया है लेकिन टेक्निकल गड़बड़ी के कारण एक बार फिर डीलरों को पेमेंट न मिलने से निराशा हाथ लगी है। जिसके कारण कई डीलरों को पैसों की भरपाई करना भारी पड़ रहा है अनेक डीलरों ने बताया कि वे भारी भरकम ब्याज पर पैसा लेकर मैटेरियल की सप्लाई का काम कर रहे हैं लेकिन एक वर्ष से भुगतान ना होने पर धन का भारी बोझ उनके सिर के ऊपर चड़ गया है । बताया गया है कि हाल ही में टेक्निकल गड़बड़ी के कारण डीलरों का भुगतान नहीं हो सका है डीलरों ने उच्च अधिकारियों से भुगतान कराए जाने की मांग की है।