पठापुरा की महिलाओं ने मुहल्ले में शराब और गांजे की बिक्री पर पाबंदी लगवाने के लिये भरी हुंकार
ललितपुर। जहां एक ओर आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन लगातार अवैध कच्ची शराब के साथ साथ अवैध रूप से बेची जा रही शराब पर कार्यवाही कर उस पर लगाम लगाने की बात कर रहा है। तो वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से लेकर कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों तक अवैध रूप से बेची जा रही देसी कच्ची शराब के साथ साथ अवैध रूप से किराने और अन्य दुकानों पर बेची जाने वाली शराब को बंद करवाने के लिए लोग धरना प्रदर्शन अनशन कर रहे हैं । ऐसे ही मामले में शहरी क्षेत्र के एक मोहल्ले में रहने वाली कुछ महिलाएं भरी बरसात में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची जहां उन्होंने अपने मोहल्ले में जगह-जगह दुकानों पर बेची जा रही देसी शराब और गांजे के साथ साथ अनाधिकृत रूप से बेची जा रही शराब पर लगाम लगाने की मांग उठाई । महिलाओं का आरोप है कि मोहल्ले में जगह-जगह शराब बेचे जाने के कारण लोग शराब पी रहे हैं जिससे आर्थिक स्थिति खराब हो रही है, साथ ही छोटी उम्र में उनके बच्चों मौत हो जाती है। शराबियों के हंगामे के कारण महिलाओं का काम के लिए निकल पाना भी मुश्किल हो रहा है। इसी शराब पीने की प्रबृत्ति के कारण मोहल्ले में ही रहने वाले एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक मासूम अनाथ हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को लगातार हो रही बरसात के बीच सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शहरी इलाके मुहल्ला पठापुरा रैदासपुरा की करीब दो दर्जन महिलाएं जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। जहां उन्होंने अपने मोहल्ले में अनाधिकृत रूप से किराने जनरल स्टोर जैसी छोटी छोटी दुकानों पर बेची जा रही कबूतरा जाति की देसी कच्ची शराब और गांजे के साथ साथ अन्य देसी शराब की बिक्री पर लगाम लगाने की मांग उठाई । जिसके संबंध में उन्होंने डीएम और एसपी को संबोधित कर एक ज्ञापन भी सौंपा और कार्यवाही ना होने की दशा में वृहद धरना प्रदर्शन आंदोलन की भी चेतावनी दी। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि मोहल्ले में ही रहने वाले अपनी छोटी छोटी किराना और जनरल स्टोर जैसी दुकानों पर गांजे के साथ अवैध देसी कच्ची शराब के साथ साथ अन्य शराब का भी अनाधिकृत रूप से व्यापार करते हैं । मोहल्ले में रहने वाले करीब आधा दर्जन लोग अपने घरों में छोटी-छोटी दुकान खोले हुए हैं जहां पर वह अनाधिकृत रूप से शराब और गांजा बेचते हैं । इस शराब बिक्री के कारण उनके परिवारों में विघटन पैदा हो रहा है। उनके छोटे-छोटे बच्चों को शराब पीने और गांजे की लत लग गई है जिस कारण घर की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है । इसके साथ ही बच्चे घर का सामान उठाकर बेच देते हैं और शराब के नशे में दिलबर घूमते रहते हैं, जिस कारण उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । इतना ही नहीं इस मोहल्ले की महिलाएं अपने काम के लिए निकलती है तो उन्हें शराबियों और गंजेडीयों की गंदी हरकतों का सामना करना पड़ता है और कभी-कभी तो झूमते शराबियों द्वारा महिलाओं के साथ घोर अभद्रता भी की जाती है। दिए गए शिकायती पत्र में अवगत कराया गया है कि मोहल्ले में शनिबार को अत्यधिक शराब पीने के कारण 25 वर्षीय केहर पुत्र दयाशंकर की मौत हो गई जिसका एक करीब 6 बर्ष का मासूम पुत्र भी है। उसकी शराब पीने की आदत से उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। इस मामले में मोहल्ले की महिलाओं का कहना है कि यदि प्रशासनिक अधिकारियों ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो वह मजबूर हो जाएंगे और अपने हाथों से शराब के ठिकानों पर धावा बोलकर शराब के ठिकानों को तहस-नहस कर देंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इसके साथ ही वह बृहद रूप से शराब के खिलाफ अभियान भी छोड़ेंगे और धरना प्रदर्शन कर आंदोलन भी करेंगे।