शासन की मंशानुसार मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा दें चिकित्सक – एडीएम अंकुर श्रीवास्तव
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शासन की मंशानुसार मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा दें चिकित्सक – एडीएम अंकुर श्रीवास्तव

ललितपुर। शनिवार के दिन अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अंकुर श्रीवास्तव ने जिला महिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
अपर जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान ओ0पी0डी0, पंजीकरण कक्ष, आकस्मिक विभाग, लैब सर्विस, दवाईयों का स्टोर एवं फार्मेसी, आपरेशन थियेटर, प्रसव कक्ष, वार्ड, पानी की व्यवस्था, एम्बुलेन्स, किचन सहित अन्य कक्षों में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के समय गजेन्द्र सिंह अल्ट्रासोनोलोजिस्ट, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (महिला) एवं डॉ0 नन्दलाल यादव हॉस्पिटल क्वालिटी मैनेजर सहित अन्य स्टाफ उपस्थित पाये गये। मौके पर गजेन्द्र सिंह द्वारा बताया गया कि मीनाक्षी सिंह मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (महिला) का स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह अवकाश पर हैं।
ओ0पी0डी0 के निरीक्षण में बताया गया कि प्रतिदिन लगभग 40 से 50 मरीज ओपीडी में आते हैं। भर्ती मरीजों को फल, कैल्शियम एवं प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ वितरित किये जाते हैं। प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 गजेन्द्र द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में एक भी गाईनोकोलोजिस्ट चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं है। उनके स्थान पर मात्र एक मेडिकल आफीसर डॉ0 आशु बजाज एवं डॉ0 प्रतिभा सक्सेना, (आयुष) जनरल ओपीडी देख रही हैं। यह भी बताया गया कि कुल मिलाकर प्रतिदिन लगभग 250 से 300 ओपीडी हो जाती हैं। इस पर अपर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि उपलब्ध ओपीडी एवं ए.एन.सी. रजिस्टर में नियमित रूप से क्रम संख्या डालते हुए मरीजों का अंकन किया जाये। इसके अतिरिक्त चिकित्सालय में गाईनोकोलोजिस्ट की नियमित तैनाती हेतु विभाग के उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया जाये। वरिष्ठ नागरिकों को पंजीकरण हेतु पृथक से कतार की व्यवस्था की जाये तथा हैल्प डेस्क की स्थापना पुनः सुचारू की जाए।
आकस्मिक विभाग में स्टाफ नर्स ने बताया कि प्रत्येक स्टाफ नर्स एवं चिकित्सक का ड्यूटी रोस्टर निर्धारित किया गया है। निरीक्षण समय तक कुल 06 मरीज आकस्मिक विभाग में इलाज हेतु उपस्थित पाये गए, मौके पर आकस्मि विभाग में ऑक्सीजन सिलैण्डर एवं सक्शन मशीन रखी पायी गयी। लैब में लैब टेक्नीशियन मनीषा उपस्थित पायी गयी, जिनके द्वारा अवगत कराया गया कि पूर्वान्ह 11.20 बजे तक कुल 70 पैथोलॉजी के रजिस्ट्रेशन किये जा चुके हैं। लिक्विड वेस्ट को ब्लीचिंक से डिस-इन्फेक्ट करने के बाद ही उन्हें ड्रेन किया जाता है।
दवा स्टोर एवं फार्मेंसी के निरीक्षण में विटामिन-सी की टेबलेट्स, एन्टीबायोटिक एवं प्रोबायोटिक मेडीसिन रखी पायी गयी। स्टोर रूम में क्लिंडामाइसिन, मेटफारमिन, एमोक्सीसाईक्लिन एवं सिफिक्जिन एन्टीबायोटिक रखे पाये गये। उपलब्ध दवाओं के स्टॉक के के सम्बंध में प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि आफीसियल ईडीएल में अंकित 295 के सापेक्ष वर्तमान में 267 दवायें उपलब्ध हैं। स्टोर रूम का कोई नियमित इन्चार्ज न होने व स्टॉक रजिस्टर से मिलान न हो पाने के सम्बंध में चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि नियमित स्टोर रूम इन्चार्ज की तैनाती के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करें, साथ ही ईडीएल में अंकित समस्त दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। ऑपरेशन थियेटर में आवश्यक उपकरण, प्रकाश की समुचित व्यवस्था, ऑक्सीजन सिलेण्डर, सक्शन मशीन आदि पाये गये। अवगत कराया गया कि उपकरणों को नियमित रूप से स्टलराईज करके उपयोग किया जाता है।
प्रसव कक्ष में बताया गया कि हर टेबिल की बेडशीट प्रति मरीज के बाद बदली जाती है तथा बेडशीट के 20 सेट वर्तमान में उपलब्ध हैं। डिलीवरी में ड्यूटी 03 शिफ्ट में लगायी जाती है। माह में 400 से ऊपर डिलीवरी हो जाती हैं। एक दिन पहले दिनांक 14.07.2023 तक 14 रूटीन डिलीवरी तथा 02 सीजेरियन डिलीवरी हुई थी। सर्जिकल वार्ड में कुल 15 मरीज भर्ती होना पाये गये। सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों द्वारा बताया गया कि उन्हें अच्छा खाना दिया जा रहा है तथा अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं से वह सन्तुष्ट हैं। सामान्य डिलीवरी वार्ड में साफ-सफाई मानक के अनुरूप नहीं पायी गयी, जिस पर निर्देश दिये गए कि वार्ड में उचित साफ-सफाई व्यवस्था बनायी रखी जाये एवं प्रतिदिन बेड की चादरों को बदला जाये।
ओपीडी कक्ष के बाहर आर0 ओ0 वाटर ट्रीटमेन्ट प्लान्ट में संचित जल स्वच्छ पाया गया। प्रभारी अधीक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि चिकित्सालय में कुल 34 पानी की टंकी क्रियाशील है तथा चिकित्सालय परिसर में 01 बडा आर0 ओ0 तथा 08 छोटे आरओ प्लान्ट लगे हैं। चिकित्सालय में स्थापित किचिन में साफ-सफाई व्यवस्था औसत स्तर की पायी गयी। इस पर निर्देशित किया गया कि किचिन में साफ-सफाई उच्च स्तर की हाईजीनिक बनायी रखी जाये।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अन्तर्गत स्थापित कक्ष निरीक्षण के दौरान बताया गया कि इस कार्यालय से आयुष्यमान कार्ड, गोल्डन कार्ड किये जाते हैं। पोर्टल का अवलोकन करने पर माह मई में कुल 32 गोल्डन कार्ड हेतु आवेदन किये गये जिनमें से 01 आइएसए द्वारा निरस्त किया गया तथा 04 आवेदन लम्बित बताये गये। 01 जून से 88 लोगों द्वारा गोल्डन कार्ड हेतु आवेदन किया गया जिनमे से 31 आवेदन आईएसए द्वारा निरस्त किये गये, किन्तु निरस्त किये जाने का स्पष्ट कारण आयुष्यमान मित्र द्वारा नहीं बताया जा सका। इस पर सम्बन्धित ऑपरेटर को पोर्टल पर नियमित रूप से अपडेशन एवं आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त के अतिरिक्त परिसर में स्थापित ब्लड बैंक का निरीक्षण किया गया। ब्लड बैंक में ब्लड सोर्स के सम्बन्ध में जानकारी लेने पर बताया गया कि स्वैच्छिक रक्तदान एवं कैम्प के माध्यम से ब्लड की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

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