ललितपुर। जनपद थाना बानपुर अंतर्गत ग्राम कुआगांव की हरिजन बस्ती में पिछले करीब आठ दिनों से विद्युत आपूर्ति ध्वस्त होने से ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसके साथ साथ बरसात के सीजन में भी पड़ रही भीषण गर्मी के कारण ग्रामीणों का हाल बेहाल है यहां तक कि छोटे-छोटे बच्चे पड़ रही भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं और उनकी हालत काफी खराब है। ग्रामीणों का आरोप है कि वह कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक अपनी बात को पहुंचा चुके हैं लेकिन किसी ने भी इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जिससे गांव की हरिजन बस्ती की स्थिति जस की तस बनी हुई है। विद्युत विभाग और जनप्रतिनिधियों की इस लचर कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में खासा आक्रोश पनपता हुआ दिखाई दे रहा है। इस दौरान ग्रामीणों ने विद्युत विभाग और नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
कुआँगांव की हरिजन बस्ती में एक सैकड़ा से अधिक हरिजन परिवार निवास करते हैं जिनकी स्थिति बद से बदतर है। वर्तमान समय में उमस भरी भीषण गर्मी पड़ने और पिछले करीब 8 दिनों से विद्युत आपूर्ति ध्वस्त होने से ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में आलम यह है कि यह बस्ती पूरी तरह अंधकार में डूबी हुई है और ग्राम प्रधान ने भी इस और कोई ठोस कदम नहीं उठाया । जबकि ग्रामीणों का आरोप है कि वह इस बाबत कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक अपनी बात को पहुंचा चुके हैं, लेकिन इस इलाके की विद्युत आपूर्ति 8 दिन बीतने के बाद भी सुचारू नहीं हो पाई है । बरसात के सीजन में उन्हें और उनके बच्चों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस इलाके में संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा भी मंडराता हुआ दिखाई दे रहा है, साथ ही यहां पर छोटे-छोटे बच्चों की तबीयत भी भीषण गर्मी में खराब हो रही है और उनका हाल बेहाल है। विद्युत आपूर्ति बहाल न होने से परेशान ग्रामीण महिलाओं ने एकजुट होकर विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के अधिकारी कर्मचारियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों को यह चेतावनी भी दी कि यदि इस इलाके की विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं की जाती तो वह बेहद धरना प्रदर्शन आंदोलन करेंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
विधुत विभाग की कार्यप्रणाली से ग्रामीणों में पनपा आक्रोश
